बिहार में बेलगाम अपराधियों ने अलग-अलग जगहों पर कर दी तीन लोगों की हत्या
By एस पी सिन्हा | Published: August 20, 2023 04:28 PM2023-08-20T16:28:26+5:302023-08-20T16:28:26+5:30
राज्य के बेगूसराय, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर और बेतिया में सुबह-सुबह बेखौफ अपराधियों ने अपने कारनामों को अंजाम देते हुए तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया।
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा राज्य में अपराध पर नियंत्रण का दावा किए जाने के बावजूद अपराधी लगातार आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे कर सरकार के दावे के धज्जियां उड़ा रहे हैं। हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमर कहते हैं कि राज्य में कहां अपराध हो रहा है? यहां सबकुछ कुछ अंडर कंट्रोल ही है। कभी दूसरे राज्य में जाकर देखिए वहां का क्राइम रेट कितना है और बिहार में कितना है? लेकिन इन बातों से इतर सिर्फ आज यानी रविवार को बिहार में सुबह-सुबह चार जगहों पर अपराधियों ने गोली मारकर तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया।
राज्य के बेगूसराय, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर और बेतिया में सुबह-सुबह बेखौफ अपराधियों ने अपने कारनामों को अंजाम देते हुए तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया। बेगूसराय में अपने बेटे की हत्या केस के इकलौते गवाह रिटायर्ड शिक्षक को गोली मार दी गई, तो वहीं मोतिहारी में एक ठेकेदार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जबकि बेतिया में एक पंच की हत्या कर दी गई।
वहीं मुजफ्फरपुर में रेस्टोरेंट में दो बाइक सवार अपराधियों के द्वारा जमकर फायरिंग की गई। बेतिया में बेखौफ अपराधियों ने चकिया थाना क्षेत्र में अहले सुबह एक व्यक्ति को गोली मार मौत के घाट उतार दिया है। पुलिस को चैलेन्ज देते हुए अपराधियो ने चकिया थाना से महज 100 गज की दूरी पर इस घटना को अंजाम दिया और भाग निकला। घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान चकिया के राजीव कुमार के रुप में हुई है।
घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई है। पुलिस ने घटनास्थल से दो खोखा बरामद किया है। घटना चकिया बजार के पावर हाउस चौक पर हुई है। बताया जा रहा है कि, राजीव कुमार इंजीनियर थे और ठेकेदारी का काम करते थे। वह आज सुबह पावर हाउस चौक पर गए थे और वहां पेपर पढ़ने के बाद घर लौट रहे थे।
इसी दौरान अपाची बाइक पर आए दो युवकों ने राजीव से पहले नाम पूछा। फिर उनके सीने में दो गोलियां मार दी। गोली मारने के बाद अपराधी मुजफ्परपुर की ओर भाग गए। गोली लगने के बाद राजीव वहीं गिर पड़े।जिन्हें इलाज के लिए मोतिहारी के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया।जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
इसके बावजूद नीतीश कुमार यह कहते हैं कि बिहार में अपराध नहीं हो रहा है। वहीं, दूसरी तरफ बिहार के डीजीपी आर एस भट्टी जब भी अपने अधिकारियों के साथ बैठक करते हैं तो यह निर्देश देते हैं कि आप अपराधियों को दौड़ा- दौड़ा कर पकड़ें। उन्हें घर नहीं बैठने दें ताकि वह नई रणनीति तैयार करे। लेकिन दूसरी तरफ अपराधी अब पुलिस वाले को अपराध कर कर के अपने पीछे दौड़ा रहे हैं ताकि वह उन्हें गिरफ्तार कर सके और अपराध पर लगाम लगा सके।