Chhattisgarh: बीजापुर में भष्टाचार की पोल खोलने वाले पत्रकार की हत्या! ठेकेदार के सेप्टिक टैंक में मिला शव; 3 गिरफ्तारी
By अंजली चौहान | Updated: January 4, 2025 11:38 IST2025-01-04T11:37:44+5:302025-01-04T11:38:49+5:30
Chhattisgarh: 1 जनवरी से लापता बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव सेप्टिक टैंक में मिला।

Chhattisgarh: बीजापुर में भष्टाचार की पोल खोलने वाले पत्रकार की हत्या! ठेकेदार के सेप्टिक टैंक में मिला शव; 3 गिरफ्तारी
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में एक पत्रकार की हत्या से सनसनी मच गई है। छत्तीसगढ़ पुलिस के अनुसार, शनिवार को एक जाने-माने पत्रकार की हत्या के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पत्रकार नए साल के दिन लापता हो गया था और बीजापुर जिले में एक सड़क ठेकेदार के सेप्टिक टैंक में उसकी लाश मिली थी। 28 वर्षीय मुकेश चंद्राकर एक टेलीविजन पत्रकार थे, जिनका शव 3 जनवरी को बीजापुर में सड़क ठेकेदार के परिसर में एक सेप्टिक टैंक में मिला था।
स्वतंत्र पत्रकार मुकेश ने NDTV के लिए बस्तर क्षेत्र से ग्राउंड रिपोर्टिंग की थी। वह एक YouTube चैनल भी संचालित करता था। 1 जनवरी को एक स्थानीय ठेकेदार के चचेरे भाई का फोन आने के बाद वह लापता हो गया था। मुकेश ने रायपुर में एक अन्य पत्रकार को फोन के बारे में बताया था और कहा था कि ठेकेदार का भाई उससे मिलना चाहता है।
पुलिस ने कहा कि नए साल के दिन रात करीब 12.30 बजे उसका फोन बंद हो गया था, जिसके बाद वह लापता हो गया। मुकेश के भाई युकेश, जो खुद भी पत्रकार हैं, ने अपने भाई के वापस न आने पर 2 जनवरी को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
आईजी बस्तर पी सुंदरराज ने बताया कि शिकायत के बाद लापता पत्रकार का पता लगाने के लिए एक विशेष टीम गठित की गई।
उनकी आखिरी मोबाइल लोकेशन चट्टनपारा बस्ती में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के घर पर मिली। वहां पुलिस को एक सेप्टिक टैंक मिला, जिसे हाल ही में ताजा कंक्रीट से सील किया गया था।
पुलिस ने टैंक को तोड़ा और मुकेश का शव बरामद किया। उसके सिर और पीठ पर चोट के कई निशान थे।
Journalist #MukeshChandrakar, who worked with a local news channel, was found dead on January 3, 2025, in #Chhattisgarh's #Bijapur district.
— Hate Detector 🔍 (@HateDetectors) January 3, 2025
Mukesh had been missing since the night of January 1, after conducting an investigative report against contractor #SureshChandrakar,… pic.twitter.com/PgWxjij3bF
पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव ने कहा कि सुरेश चंद्राकर सहित कई व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है, क्योंकि "शव उनके परिसर में पाया गया था।" अधिकारी यह भी जांच कर रहे हैं कि क्या मुकेश की मौत किसी ऐसी हालिया कहानी से जुड़ी है, जिस पर उन्होंने काम किया था। अप्रैल 2021 में, मुकेश को राज्य पुलिस द्वारा सीआरपीएफ कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास की रिहाई में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए सम्मानित किया गया था, जिन्हें माओवादियों ने बंदी बना लिया था।
गौरतलब है कि सीएम मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा और जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे।
साय ने कहा, "मुकेश जी का जाना पत्रकारिता और समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। इस घटना के दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। हमने अधिकारियों को जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने और सख्त सजा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।" छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने हत्या की निंदा की और कहा कि राज्य में चरमराती कानून व्यवस्था अब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को निशाना बना रही है।
बैज ने कहा, "पत्रकार अपनी निष्पक्ष रिपोर्टिंग की कीमत अपनी जान देकर चुका रहे हैं। पत्रकार का शव साई राज में एक सेप्टिक टैंक में मिला।"