शिमलाः मोहाली की प्राइवेट विवि में हंगामा जारी है। हॉस्टल में रहने वाली एक छात्रा द्वारा कई अन्य छात्राओं का ‘आपत्तिजनक’ वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करने के बाद हंगामा खड़ा हो गया है। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय कथित आपत्तिजनक वीडियो लीक मामले में शिमला जिला पुलिस ने एक 23 वर्षीय युवक को हिरासत में ले लिया है।
पंजाब पुलिस द्वारा आरोपी व्यक्ति को जल्द गिरफ़्तार किया जा सकता है। पंजाब के मोहाली स्थित एक निजी विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया, जिसके बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को जांच के आदेश दिए। शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने एक छात्रा को गिरफ्तार किया है, जबकि हिमाचल प्रदेश में एक युवक को पकड़ने के लिए भी एक टीम भेजी गई है।
बीती रात हुए प्रदर्शन के बाद स्थिति का जायजा लेने के लिये अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के परिसर पहुंचीं पंजाब की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गुरप्रीत देव ने संवाददाताओं से कहा कि ऐसा लगता है कि आरोपी छात्रा ने अपना एक वीडियो युवक के साथ साझा किया और किसी अन्य छात्रा का कोई आपत्तिजनक वीडियो नहीं मिला है।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने भी उन खबरों को “झूठी व निराधार” बताकर खारिज कर दिया, जिनमें दावा किया गया था कि विश्वविद्यालय के छात्रावास में कई छात्राओं के वीडियो बनाए गए और सोशल मीडिया पर साझा किए गए तथा कई छात्राओं ने इस प्रकरण के बाद आत्महत्या का प्रयास किया।
मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विवेक शील सोनी ने संवाददाताओं को बताया कि कई छात्राओं का वीडियो बना कर लीक किए जाने की ‘अफवाह’ के बाद विश्वविद्यालय में आधीरात के बाद प्रदर्शन हुआ। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार छात्रा का मोबाइल फोन फॉरेंसिक जांच के लिये जब्त कर लिया गया है और किसी छात्रा के आत्महत्या की कोशिश करने का मामला सामने नहीं आया है और इस मामले में किसी की मौत नहीं हुई है। अधिकारियों ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा- 354 सी और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है।
मुख्यमंत्री मान ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और कहा कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री मान ने ट्वीट किया, ‘‘चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में सुनकर दुख हुआ...हमारी बेटियां हमारा सम्मान हैं...मामले में उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं...जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं प्रशासन के संपर्क में हूं।” इसके साथ ही मान ने लोगों से अफवाहों पर गौर नहीं करने की अपील की। इस घटना को लेकर राजनीतिक दलों की तरफ से भी तीखी प्रतिक्रियाएं आईं और केंद्र व राज्य महिला अधिकार निकायों ने भी दखल दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मामले में संलिप्त लोगों को “कठोरतम सजा” मिलेगी। केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘पीड़ित बेटियां हिम्मत रखें। हम सब आपके साथ हैं। सभी संयम से काम लें।’’
पंजाब महिला आयोग की अध्यक्षा मनीषा गुलाटी ने भी विश्वविद्यालय परिसर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं अभिभावकों की चिंता को समझ सकती हूं और उन्हें आश्वस्त करना चाहती हूं कि इस मामले की पुलिस द्वारा जांच की जा रही है।’’ गुलाटी ने कहा, ‘‘यह गहन का जांच का विषय है कि महिला ने क्यों वीडियो बनाया।
उसने अन्य लड़कियों का वीडियो रिकॉर्ड किया या नहीं, यह जांच का विषय है।’’ राष्ट्रीय महिला आयोग ने एक बयान में कहा कि निकाय की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने पंजाब पुलिस के महानिदेशक को पत्र लिखकर मामले में तत्काल प्राथमिकी दर्ज करने और इस मामले में बिना किसी लापरवाही के कड़ाई से निपटने को कहा है।
आयोग ने कहा कि मामले की पीड़ित लड़कियों को उचित परामर्श दिया जाए और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। महिला अधिकार निकाय ने चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के कुलपति को भी पत्र लिखकर कानून के अनुसार दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और विश्वविद्यालय से मामले की निष्पक्ष तरीके से गहन जांच करने को कहा है।
कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग, पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, शिरोमणि अकाली दल की नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा समेत विपक्षी नेताओं ने दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। बादल ने कहा कि सरकार को सभी तथ्य सार्वजनिक करने चाहिए और कुछ दबाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
(इनपुट एजेंसी)