DHFL बैंक घोटाले में CBI को मिली बड़ी कामयाबी, कार्रवाई के रूप में अगस्ता वेस्टलैंड का हेलिकॉप्टर किया जब्त
By आजाद खान | Published: July 31, 2022 07:27 AM2022-07-31T07:27:07+5:302022-07-31T08:03:18+5:30
आरोपी विनाश भोंसले को पहले सीबीआई पकड़ती है फिर ईडी भोंसले को गिरफ्तार कर लेती है। इससे पहले सोमवार को एक चार्जशीट दायर की गई थी।
नई दिल्ली: डीएचएफएल बैंक घोटाले की जांच में सीबीआई ने एक हेलिकॉप्टर को जब्त किया है। यह बैंक घोटाला 34,000 करोड़ रुपए का था जिसमें कई लोगों पर मामला दर्ज हुआ था। इस घोटाले की जांच के दौरान सीबीआई ने इस हेलिकॉप्टर को जब्त किया है जो अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी का है।
दरअसल, 2022 में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने प्राइवेट सेक्टर की होमलोन कंपनी DHFL के खिलाफ बैंक घुटाले को लेकर एक शिकायत की थी। शिकायत के आधार पर सीबीआई द्वारा जांच शुरू हुई थी जिसमें सीबीआई ने शनिवार को यह हेलिकॉप्टर जब्त किया है।
17 बैंकों के साथ घोटाले का आरोप
बताया जा रहा है कि यह घोटाला देश का सबसे बड़ा घोटाला है। इस घोटाले में यह कंपनी, इसके निदेशक और अन्य लोगों पर 17 बैंकों के साथ 34,615 करोड़ रुपए की कथित फ्रॉड का आरोप लगा है। वहीं इस मामले में सीबीआई ने सोमवार को एक चार्जशीट भी दायर की थी। इस चार्जशीट में विनाश भोंसले और सत्येन टंडन पर लगे आरोपों के तहत इनका नाम शामिल किया गया है।
आरोपियों पर लगे है नेताओं के करीबी होने का आरोप
डीएचएफएल बैंक घोटाले में सबसे पहले सीबीआई ने विनाश भोंसले को गिरफ्तार किया था। इसके बाद भोंसले को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था जो अब न्यायिक हिरासत में है। आपको बता दें कि
भोंसले को लेकर यह बाते सामने आ रही थी कि उनका राज्य के कई नेताओं से अच्छे ताल्लुकात है। इसके साथ कई और आरोप भी लगे है।
इन कंपनियों के खिलाफ केस हुआ फाइल
आपको बता दें कि इस मामले में कई कंपिनों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इन कंपनियों में मेट्रोपोलिस होटल्स, एबीएस इंफ्रा प्रोजेक्ट, एबीएस हॉस्पिटैलिटी, अरिंदम डेवेलपर्स, अविनाश भोसले ग्रुप और फ्लोरा डेवेलपमेंट्स जैसे कुछ नाम शामिल है। बताया जा रहा है कि इन कंपनियों का संबंध घोटाले का आरोपी अविनाश भोंसले से है।
ऐसे में डीएचएफएल घोटाले को लेकर सीबीआई ने कंपनी के प्रवर्तकों (DHFL Promoters) कपिल वधावन (Kapil Wadhawan) और धीरज वधावन (Dheeraj Wadhawan) के खिलाफ केस फाइल की है।
केस में ये लोग है शामिल
इस मामले में दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (DHFL), तत्कालीन सीएमडी कपिल वधावन, डाइरेक्टर धीरज वधावन और छह रियल्टी कंपनियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इन पर आरोप है कि ये लोग यूनियन बैंक ऑफ इंडिया समेत कई अन्य बैंकों के साथ भी धोखाधड़ी की है।