बुराड़ी मामले में सीएफएसएल रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, आत्महत्या नहीं बल्कि दुर्घटनावश हुई थी 11 लोगों की मौते

By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: September 15, 2018 05:32 AM2018-09-15T05:32:25+5:302018-09-15T05:32:25+5:30

मनोवैज्ञानिक ऑटोप्सी रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उन लोगों ने खुदकुशी नहीं की थी बल्कि एक अनुष्ठान के दौरान दुर्घटनावश वे सभी मारे गये थे।

burari family suicide psychological autopsy report accidental death | बुराड़ी मामले में सीएफएसएल रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, आत्महत्या नहीं बल्कि दुर्घटनावश हुई थी 11 लोगों की मौते

फाइल फोटो

नई दिल्ली, 15 सितंबर।  दिल्ली पुलिस को उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी में एक जुलाई को रहस्यमयी परिस्थितियों में 11 सदस्य एक ही परिवार के मृत पाए गए थे। इस घटना  से पूरा दिल्ली सख्ते में आ गया था। 11 लोगों की मौत तो आत्महत्या कहा जा रहा है, लेकिन अब इस मामले में मनोवैज्ञानिक ऑटोप्सी रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उन लोगों ने खुदकुशी नहीं की थी बल्कि एक अनुष्ठान के दौरान दुर्घटनावश वे सभी मारे गये थे। इस रिपोर्ट ने एक बार फिर से हर किसी को चौंका दिया है।

रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों की मनोवैज्ञानिक ऑटोप्सी के अध्ययन के आधार पर घटना आत्महत्या की नहीं थी बल्कि दुर्घटना थी जो एक अनुष्ठान करते समय घट गयी। किसी भी सदस्य की अपनी जान लेने का इरादा नहीं था। मनोवैज्ञानिक ऑटोप्सी के दौरान सीबीआई की केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) ने घर में मिले रजिस्टरों में लिखी बातों का तथा पुलिस द्वारा दर्ज किये गये चूंडावत परिवार के सदस्यों और मित्रों के बयानों का विश्लेषण किया।

सूत्रों के अनुसार पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि परिवार का सदस्य ललित चूंडावत अपने दिवंगत पिता की तरफ से निर्देश मिलने का दावा करता था और उसी हिसाब से परिवार के अन्य सदस्यों से कुछ गतिविधियां कराता था।सूत्रों के अनुसार उसने ही परिवार को ऐसा अनुष्ठान कराया जिसमें उन्होंने अपने हाथ-पैर बांधे तथा चेहरे को भी कपड़े से ढक लिया।

उल्लेखनीय है कि दिल्ली के बुराडी में बीते दिनों एक परिवार के 11 लोगों की सामूहिक खुदकुशी का मामला सामने आया था। बताया जा रहा है कि हजारीबाग में छह लोगों में दो लोगों ने फांसी लगाकर जान दी। एक बच्चे की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई जबकि एक बच्ची को जहर देकर मारा गया। एक महिला की गला दबाकर हत्या की गई है। ऐसा लगता है कि परिवार के पांच लोगों की मौत के बाद सबसे अंत में नरेश अग्रवाल ने छत से कूदकर जान दे दी। यह सुसाइड नोट घर के मुखिया यानि बाकी पांचों सदस्यों का कत्ल करने वाले नरेश ने लिखकर छोड़ा था।

जांच के दौरान पुलिस ने कहा था कि डायरियों से मिले संकेत इशारा कर रहे हैं कि परिवार को किसी के निर्देश को ना मानने की सजा मिली है। पुलिस का दावा था कि भाटिया परिवार के घरों से डायरी में जिन पांच आत्माओं का जिक्र था, उनकी पूरी पहचान कर ली गई है। पुलिस के मुताबिक इन पांच आत्माओं में ललित के पिता के अलावा 4 आत्माएं सज्जन सिंह, हीरा, दयानंद और गंगा देवी की थीं। सज्जन सिंह  ललित के ससुर थे। जबकी हीरा, प्रतिभा का पति है और दयानंद और गंगादेवी ललित की बहन सुजाता के सास-ससुर थे। जिनकी मौत भी पिता की मौत के आसपास ही हुई थी।

(इनपुट भाषा)

Web Title: burari family suicide psychological autopsy report accidental death

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