बुलंदशहर हिंसाः शहीद सुबोध सिंह के बेटे ने कहा, हिंदू-मुस्लिम विवाद में गई मेरे पिता जान
By स्वाति सिंह | Published: December 4, 2018 10:03 AM2018-12-04T10:03:19+5:302018-12-04T10:07:19+5:30
Bulandshahr Lynching Live Updates:उत्तर प्रदेश के मेरठ मंडल से जुड़े बुलंदशहर जनपद में सोमवार को कथित तौर पर गोकशी के बाद मचे बवाल में गुस्साई भीड़ ने स्याना थाने के इंस्पेक्टर की पत्थर या किसी भारी वस्तु मार कर हत्या कर दी।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हुई हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध के बेटे अभिषेक ने कहा कि उनके पिता की जान हिंदू-मुस्लिम विवाद को लेकर गई है। अभिषेक ने कहा 'मेरे पिता चाहते थे कि मैं एक अच्छा नागरिक बनूं जो धर्म के नाम पर समाज में हिंसा को ना बढ़ाए।आज के पिता की जान इन्ही विवादों को लेकर हुई है।' अभिषेक ने सवाल करते हुए आगे कहा 'कल किसके पिता की जान जाएगी।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मेरठ मंडल से जुड़े बुलंदशहर जनपद में सोमवार को कथित तौर पर गोकशी के बाद मचे बवाल में गुस्साई भीड़ ने स्याना थाने के इंस्पेक्टर की पत्थर या किसी भारी वस्तु मार कर हत्या कर दी। वहीं गोली लगने से एक युवक की मौत हुई है। सीएम योगी आदित्य नाथ ने इस मामले पर जांच के आदेश दे दिए हैं।
Abhishek, son of deceased policeman Subodh Kumar Singh: My father wanted me to be a good citizen who doesn't incite violence in society in the name of religion. Today my father lost his life in this Hindu-Muslim dispute, tomorrow whose father will lose his life? #Bulandshahrpic.twitter.com/zpFJoI4O2R
— ANI UP (@ANINewsUP) December 4, 2018
इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के परिवारवालों को 50 लाख रुपये और सरकारी नौकरी देगी योगी सरकार
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के परिजनों को 50 लाख और नौकरी देने की घोषणा की है। सीएम योगी ने सुबोध कुमार की पत्नी को 40 लाख और माता-पिता के लिए 10 लाख और घरवालों को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है। मालूम हो कि मेरठ मंडल से जुड़े बुलंदशहर जनपद में सोमवार को कथित तौर पर गोकशी के बाद मचे बवाल में गुस्साई भीड़ ने स्याना थाने के इंस्पेक्टर की पत्थर या किसी भारी वस्तु मार कर हत्या कर दी। वहीं, गोली लगने से एक युवक की मौत हुई है। सीएम योगी आदित्य नाथ ने इस मामले पर जांच के आदेश दे दिए हैं।