झारखंड: पाकुड़ में नाबालिग भाई-बहन की नृशंस हत्या, दरिंदों ने निकाल ली आंखें भी
By एस पी सिन्हा | Published: January 28, 2022 08:45 PM2022-01-28T20:45:21+5:302022-01-28T20:45:21+5:30
दोनों भाई-बहन का शव गांव के खलिहान में पड़ा देख लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। इन दोनों नाबालिगों की किसी अज्ञात व्यक्ति ने बीती रात नृशंस हत्या कर दी गई और लड़की की एक आंख और उसके आठ वर्षीय भाई की दोनों आंखें भी निकाल लीं।
रांची:झारखंड में पाकुड़ जिले के अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र के अंबाडीहा गांव स्थित मांझी टोला में दस वर्षीया बालिका एवं उसके आठ वर्षीय भाई की नृशंस हत्या कर आंख निकाल लिए जाने का मामला सामने आया है। दोनों का शव खलिहान में पड़ा हुआ था। इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। डॉग स्क्वायड की टीम भी घटनास्थल पर पहुंच कर जांच में जुट गई है।
इधर, पुलिस शक के आधार पड़ोसी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। बताया जाता है कि भाई-बहन का शव गांव के खलिहान में पड़ा देख लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। इन दोनों नाबालिगों की किसी अज्ञात व्यक्ति ने बीती रात नृशंस हत्या कर दी गई और लड़की की एक आंख और उसके आठ वर्षीय भाई की दोनों आंखें भी निकाल लीं।
मृतकों के पिता प्रेम मरांडी ने बताया कि दोनों बच्चे कल शाम से ही लापता थे। उन्होंने उनके देर शाम तक घर न पहुंचने पर गांव में काफी खोजबीन की, लेकिन वे नहीं मिले। आज गांव के बाहर खलिहान में दोनों की लाश मिलने की जानकारी मिली। वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी मनोज कुमार व एसडीपीओ समेत स्वयं एसपी एचपी जनार्दनन भी घटनास्थल पर पहुंच गये।
हत्या का शक एक 20 वर्षीय युवक पर है, जो मृतक का चाचा है। इसका नाम नेहरू लाल मरांडी ऊर्फ टुरका है। पाकुड़ के एसपी एचपी जनार्दनन ने बताया कि जैसे ही पुलिस को खबर मिली, वैसे ही पुलिस घटनास्थल के लिए रवाना हो गई। वे स्वयं मौके पर पहुंचे और पूरे मामले में उनकी नजर है। डॉग स्क्वायड की टीम भी पहुंची है और जांच में जुटी है।
शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा। उन्होंने बताया कि हत्यारे ने नृशंस तरीके से मृत बच्ची की एक आंख व बच्चे की दोनों आंखें निकाल ली है। बच्ची के शव को देखकर ऐसा लगता है कि हत्या से पहले उसके साथ बलात्कार भी किया गया है। प्रारंभिक जांच में पुलिस को पता चला कि पड़ोस में रहने वाले गोतिया से मृतकों के परिवार का पहले से विवाद चल रहा था। उसके यहां कल देर शाम बच्चों को बुलाकर ले जाया गया था।