गाजियाबाद, 31 मार्च: उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में बाबासाहब भीमराव रामजी आंबेडकरकी प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने की खबर आ रही है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार ये मूर्ति झूंसी के त्रिवेणीपुर मे स्थित थी जिसे शरारती तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया। त्रिपुरा विधान सभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को मिले बहुमत के बाद रूसी क्रांति के नेता व्लादिमीर लेनिन की मूर्त तोड़ने से शुरू हुआ सिलसिला थम नहीं रहा है। लेनिन के बाद मोहनदास करमचंद गांधी, जवाहरलाल नेहरू श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पेरियार, अटल बिहार वाजपेयी और भीमराव आंबेडकर की प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त या विकृत किया जा चुका है।
हाल ही में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक की सिफारिश पर राज्य सरकार ने निर्देश जारी किया कि भारतीय संविधान के निर्माता माने जाने वाले डॉक्टर आंबेडकर के नाम पहले और आखिरी नाम के बीच में "रामजी" जोड़ा जाएगा। यूपी सरकार के दस्तावेज में अब बाबासाहब का नाम "डॉक्टर भीमराव रामजी आंबेडकर" होगा। खुद बाबासाहब अपना नाम इसी तरह लिखते थे। उत्तर प्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार ने मीडिया को बताया था कि राज्यपाल नाईक ने इस बात पर राज्य सरकार का ध्यान दिलाया था कि बाबासाहब का नाम गलत लिखा जाता रहा है।
यूपी: सरकारी दस्तावेज में बदला जाएगा बाबासाहब का नाम, भीमराव आंबेडकर में जोड़ा जाएगा 'रामजी'
राज्यपाल नाईक ने योगी आदित्यनाथ सरकार का ध्यान इस बात की ओर दिलाया कि संविधान की मूल प्रति में भी बाबासाहब का नाम "डॉक्टर भीमराव रामजी आंबेडटकर" लिखा हुआ है।