शराब तस्करों की गुप्त सूचना देने वाले चौकीदार और दफादार लगा रहे हैं जान बचाने की गुहार, पुलिस पर लगाया सूचना लीक करने का आरोप
By एस पी सिन्हा | Published: December 22, 2021 05:53 PM2021-12-22T17:53:14+5:302021-12-22T17:54:18+5:30
बिहार मामलाः चौकीदारों और दफादारों ने आरोप लगाया कि वे अपने क्षेत्र में शराब माफियाओं के बारे में गुप्त सूचना पुलिस को दे रहे हैं.
पटनाः बिहार में जिनपर शराबबंदी की जिम्मेवारी सौंपी गई है, वे ही अपनी जान बचाने की गुहार लगाने लगे हैं. राज्य के चौकीदार और दफादार अब शराब माफियाओं से अपनी जान बचाने की गुहार लगा रहे हैं. शराब तस्करों के बार-बार के हमलों से भयभीत बिहार के चौकीदार और दफादार समूह की ओर से आज पटना में प्रदर्शन किया गया.
चौकीदार और दफादार समूह ने अनिश्चित काल के लिए काम स्थगित कर दिया है और पटना में धरने पर बैठ गए हैं. चौकीदारों और दफादारों ने आरोप लगाया कि वे अपने क्षेत्र में शराब माफियाओं के बारे में गुप्त सूचना पुलिस को दे रहे हैं. लेकिन पुलिस शराब माफियाओं को जानकारी लीक कर रही है. जिससे उन पर हमले किये जा रहे हैं.
शराब माफिया और तस्कर अक्सर भाग जाते हैं और जो पकडे़ भी जाते हैं वे तुरंत ही छूट जाते हैं. वहीं कई ऐसी घटनाएं हुई, जब चौकीदार की हत्या हुई है. हाल ही में बांका में ऐसे ही एक मामले एक चौकीदार की हत्या हुई है. बिहार राज्य दफादार-चौकीदार पंचायत ने इसी कारण अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया है.
उन्होंने कहा कि सरकार अगर सरकार गाड़ी देती है या मुंशी रखती है तो वह सरकारी हो न कि प्राइवेट. गर्दनीबाग में आयोजित धरना में राज्य के विभिन्न जिलों से सैंकड़ों की संख्या में दफादार-चौकीदार पहुंचे. उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की और राज्य सरकार को मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा जाएगा.
चौकीदार मोहम्मद सहजाद खान ने कहा कि चौकीदारों का काम अधिकार क्षेत्र में शराब माफियाओं के बारे में गुप्त जानकारी एकत्र करना है, जो हम बिना किसी झिझक के कर रहे हैं. लेकिन एक बार जब हम पुलिस थानों के एसएचओ और सब-इंस्पेक्टरों को जानकारी देते हैं. तो वे हमारे नामों का खुलासा करते हैं. नतीजतन हमारे जीवन के लिए ये खतरा हैं. हम शराब माफियाओं के हमलों का सामना कर रहे हैं.