बिहार: यूट्यूब को देखकर नकली नोट छापने वाले गिरोह का पुलिस ने किया भंडाफोड, दो गिरफ्तार
By एस पी सिन्हा | Published: October 21, 2019 06:30 PM2019-10-21T18:30:56+5:302019-10-21T18:30:56+5:30
खाजेकलां पुलिस को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी, जब लूटकांड के आरोपित के घर में नकली नोटों का कारखाना चलता मिला. पुलिस को चकमा देकर मास्टरमाइंड तो भाग गया, लेकिन दो अपराधी हत्थे चढ़ गए. पुलिस टीम को मौके नकली नोट के अलावा कई अन्य सामान भी मिले हैं.
बिहार की राजधानी पटना के सिटी ईलाके में यूट्यूब को देखकर नकली नोट छापने का भंडाफोड हुआ है. पकड़े अपराधियों ने पुलिस को बताया कि उसने यूट्यूब पर एक वीडियो देखा था. इसमें नकली नोट छापने का तरीका बताया गया था. इसके बाद शातिर दिमाग इस काम में लग गया. असली नोट को कलर प्रिंटर में डालकर नकली नोट छापा जा रहा था. कई महीनों से आरोपित इस काम में लगे थे.
बताया जा रहा है कि लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए पहुंची खाजेकलां पुलिस को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी, जब लूटकांड के आरोपित के घर में नकली नोटों का कारखाना चलता मिला. पुलिस को चकमा देकर मास्टरमाइंड तो भाग गया, लेकिन दो अपराधी हत्थे चढ़ गए. पुलिस टीम को मौके नकली नोट के अलावा कई अन्य सामान भी मिले हैं. लूटकांड मामले में खाजेकलां थानाध्यक्ष सनोवर खां और एएसआई भुवन श्रीकांत छोआलाल लेन स्थित मो. सैयद जीशान उर्फ मैक्स के घर छापेमारी करने पहुंचे तो एक कमरे में नजारा कुछ और था. कमरे में कलर प्रिंटर से नकली नोट छापे जा रहे थे. छोपमारी की भनक लगते ही मास्टरमाइंड मो. सैयद जीशान उर्फ मैक्स फरार हो गया. मगर उसका भाई मो. अमीन उर्फ इरफान को गिरफ्तार कर लिया गया. उसकी निशानदेही पर मो आमिर खां को पकड़ा गया. पुलिस ने कमरे से पेपर पर प्रिंट किए एक सौ रुपये के 63 नोट, 50 रुपये के 10 नोट, 200 रुपये के चार व 20 रुपये के तीन नोट बरामद किए हैं. साथ ही कलर प्रिंटर, दो मैगजिन, एक कारतूस, पेपर व नौ मोबाइल भी बरामद किए गए.
आशंका जताई जा रही है कि कहीं अपराधियों की साजिश त्योहार पर नकली नोट खपाने की तो नहीं थी. पुलिस को यह नहीं पता है कि आखिर अपराधी कब से नोट छाप रहे हैं. हालांकि पुलिस दावा कर रही है कि ये लोग अभी नोट छाप ही रहे थे. मगर उनके कनेक्शन के बारे में पता करने में पुलिस टीम जुट गई है. सिटी एसपी जितेन्द्र कुमार व एएसपी मनीष कुमार ने बताया कि फरार आरोपित सैयद जीशान की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. पकड़े गये अभियुक्तों से पूछताछ कर पूरे नेटवर्क का पता लगाया जा रहा है.