बिहारः गूंगी-बहरी नाबालिग लड़की से बलात्कार, मेडिकल के लिए कराया घंटों इंतजार
By एस पी सिन्हा | Published: October 7, 2018 10:52 PM2018-10-07T22:52:37+5:302018-10-07T22:52:37+5:30
पुलिस ने उसे मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा तो उसे सात घंटों का इंतजार कराया गया। इस दौरान पीडिता दर्द से तड़पती रही।
पटना, 7 अक्टूबरःबिहार के मुजफ्फरपुर में मानवता को शर्मसार करने वाली खबर आई है। यहां पहले एक गूंगी-बहरी नाबालिग से दुष्कर्म हुआ और फिर उसे मेडिकल जांच के लिए सात घंटों तक अस्पताल में इंतजार कराया गया। जिले के सकरा थाना क्षेत्र के एक गांव में एक दिव्यांग से दुष्कर्म हुआ और जब पुलिस ने उसे मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा तो उसे सात घंटों का इंतजार कराया गया। इस दौरान पीड़िता दर्द से तड़पती रही।
वहीं, अस्पताल प्रशासन औपचारिकताएं पूरी नहीं होने की बात कह कर बात को टालता रहा। बताया जाता है जब दिव्यांगों के हित में काम करने वाली एक संस्था विकलांग अधिकार मंच जब पटना से वहां पहुंच कर दबाव बनाया तब जाकर सात घंटे बाद पीडिता की मेडिकल जांच हो सकी। जांच में देरी के पीछे कारण था की पुलिस की मेडिकल जांच वाली पर्ची में केस नंबर दर्ज नहीं था।
12 साल की मासूम को गांव के ही एक मनचले ने अपनी हवस का शिकार बनाया। लड़की के साथ दुष्कर्म की जानकारी होने पर पुलिस को सूचित किया गया, जिसके बाद उसे मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में बच्ची को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल में सात घंटे सिर्फ इसलिए रोका रखा गया क्योंकि पुलिस के मेडिकल जांच अनुरोध पत्र में केस नंबर दर्ज नहीं था।
इस छोटी सी वजह से बेहद मानसिक संत्रास और शारीरिक तकलीफ के बाद भी बच्ची को इंतजार करना पड़ा। इधर मामले की जानकारी पटना स्थित विकलांग अधिकार मंच नामक संस्था को लगने पर संस्था का एक दल मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल पहुंचा। संस्था के पदाधिकारियों नें जब सदर अस्पताल प्रबंधन पर दबाव डाला तब जाकर जांच की गई। इस मामले मे जब अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर मेहंदी हसन से पूछा गया तो जबाब और भी संवेदनहीन रहा।
उन्होने साफ कहा कि औपचारिकताएं पूरी किए बगैर कुछ नहीं किया जा सकता, चाहे इसमें कितनी भी देर हो जाए। फिलहाल बच्ची पुलिस की देखरेख में सदर अस्पताल में भर्ती है जहां उसका इलाज चल रहा है।