सिविल सर्जन के प्रधान लिपिक 30 हजार रुपये रिश्वत लेते अरेस्ट, पूछताछ जारी, संदेह के घेरे में कई
By एस पी सिन्हा | Published: June 20, 2020 07:58 PM2020-06-20T19:58:39+5:302020-06-20T19:58:39+5:30
बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपी अनिल कुमार पोस्टिंग कराने के लिए अवैध वसूली कर रहा था. सिकरिया स्वास्थ केन्द्र में पदस्थापित करने को लेकर एक डॉक्टर से वह रुपये वसूल रहा था. इस दौरान उसे पैसे के साथ अरेस्ट कर लिया गया.
पटनाः बिहार के जहानाबाद जिले में निगरानी की टीम ने सिविल सर्जन के प्रधान लिपिक को 30 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया है. आरोपी प्रधान लिपिक अनिल कुमार से पूछताछ की जा रही है. यह छापेमारी निगरानी विभाग के डीएसपी विमलेन्दु वर्मा के नेतृत्व में की गई है.
बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपी अनिल कुमार पोस्टिंग कराने के लिए अवैध वसूली कर रहा था. सिकरिया स्वास्थ केन्द्र में पदस्थापित करने को लेकर एक डॉक्टर से वह रुपये वसूल रहा था. इस दौरान उसे पैसे के साथ अरेस्ट कर लिया गया.
निगरानी विभाग की टीम ने बताया कि जहानाबाद सिविल सर्जन के प्रधान लिपिक अनिल कुमार के खिलाफ उन्हें शिकायत मिल थी. टीम लगातार उसके ऊपर नजर बनाये हुए थी. जैसे ही आज डॉक्टर उसे पैसा देने पहुंचे, उसके बाद टीम ने 30 हजार रुपये कैश के सतह उसे धार दबोचा. रुपये जब्त कर लिए गए हैं. उससे पूछताछ की जा रही है.
अवैध वसूली कर डॉक्टरों की पोस्टिंग कराता था
किसके बलबूते वह अवैध वसूली कर डॉक्टरों की पोस्टिंग कराता था. प्रधान लिपिक अनिल कुमार सिंह ने प्रभारी बनाने के लिए रिश्वत की मांग की थी. डॉ मोहम्मूद इरफानुर रहमान ने निगरानी से इस बाबत शिकायत की, जिसके बाद अनिल सिंह को गिरफ्तार किया गया. निगरानी की टीम के समक्ष अनिल ने लिखित में बयान सिविल सर्जन पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है.
निगरानी की टीम ने बताया कि सिविल सर्जन कार्यालय का उक्त क्लर्क सिकरिया पीएचसी के एक चिकित्सक डॉक्टर इरफान से पदस्थापना के लिए घूस मांग रहा था, जिसकी शिकायत चिकित्सक में निगरानी विभाग से की थी. शुरुआती छानबीन में जब निगरानी विभाग को लगा कि चिकित्सक की शिकायत जायज है, तो विभाग में निगरानी विभाग के डीएसपी विमलेंदु वर्मा के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई गई.
टीम ने आज जहानाबाद में सिविल सर्जन कार्यालय के मुख्य मुख्य लिपिक के चारों ओर अपना जाल फैलाया। निगरानी विभाग के कहने पर डॉक्टर इरफान ने जैसे ही लिपिक को रुपये दिये, पहले से जाल बिछाए निगरानी की टीम ने उसे धर दबोचा.
डीएसपी विमलेंदु वर्मा ने बताया बताया कि चिकित्सक की शिकायत पर यह छापेमारी की गई है, जिसमें लिपिक अनिल कुमार को 30 हजार रुपए घूस लेते हुए गिरफ्तार किया गया है. प्रधान लिपिक से पूछताछ की जा रही है. उन्होंने बताया की इसमें और किसकी किसकी संलिप्तता है, यह लिपिक से पूछताछ और छानबीन के बाद ही पता चलेगा.