बिहार में पैसे का बंदरबाट, उम्र 65 साल, 13 माह में 8 बच्चों को जन्म, एक अन्य महिला ने एक दिन में दिया दो बच्चे को जन्म, जानिए पूरा मामला
By एस पी सिन्हा | Published: August 20, 2020 03:14 PM2020-08-20T15:14:05+5:302020-08-20T15:14:05+5:30
स्वास्थ्य विभाग ने 65 साल की एक महिला के बारे में बताया है कि उसने सिर्फ 13 महीने में ही 8 बच्चे को जन्म दिया है. बुजुर्ग और उम्रदराज महिला के खाते में योजना मद की राशि डालकर पैसे का बंदरबांट करने का मामला सामने आया है.
पटनाः बिहार में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां एक 65 साल की महिला ने महज 13 महीने में 8 बच्चे को जन्म दिया है. इस तरह बिहार में घोटालेबाज कोई हद नहीं छोड़ते हैं.
ऐसे में मुजफ्फरपुर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में एक बडे़ घोटाले का खुलासा हुआ है. दरअसल, स्वास्थ्य विभाग ने 65 साल की एक महिला के बारे में बताया है कि उसने सिर्फ 13 महीने में ही 8 बच्चे को जन्म दिया है. बुजुर्ग और उम्रदराज महिला के खाते में योजना मद की राशि डालकर पैसे का बंदरबांट करने का मामला सामने आया है.
यही नहीं एक अन्य महिला को तो एक ही दिन में दो बार बच्चे को जन्म देते बताया गया है. 2018 से इस योजना में सेंधमारी की गई है और अधिकारियों और बैंक के सीएसपी संचालक की मदद से भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है. बताया जा रहा है कि मुजफ्फरपुर शहर से सटे मुशहरी प्रखंड के छोटी कोठिया गांव की रहने वाली शांति देवी, सोनिया देवी, लीला देवी और सोनी देवी के खाते में डाली गई प्रोत्साहन राशि.
इनमें से 65 साल पार कर चुकी 3 महिलायें हैं. शांति देवी का सबसे छोटा बेटा 20 साल से अधिक उम्र का
इनमें से 65 साल पार कर चुकी 3 महिलायें हैं. शांति देवी का सबसे छोटा बेटा 20 साल से अधिक उम्र का है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग शांति देवी के खाते में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत बच्चे को अस्पताल में जन्म देने पर मिलने वाली 14 सौ रुपये की राशि भेज रहा है. जबकि शांति देवी को सरकार द्वारा वृद्धावस्था पेंशन मिल रही है और पिछले 20 सालों में शांति देवी ने किसी बच्चे को जन्म नहीं दिया है.
सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि जिस महिला के अकाउंट में पैसे गए उस महिला को इसकी जानकारी तक नहीं है. शांति देवी के अनुसार इस गोरखधंधे का पता तक नहीं है और आठ बच्चों का जन्म दिखा राशि क्रेडिट होने के अगले दिन ही उनके खाते से रुपये निकाल लिए गए.
एक बार नहीं बल्कि 13 महीने के भीतर 6 बार 1400 रुपये की राशि भेजी गई
इस बात का खुलासा हुआ है कि शांति देवी के खाते में एक बार नहीं बल्कि 13 महीने के भीतर 6 बार 1400 रुपये की राशि भेजी गई है. पहली बार 3 जुलाई 2019 को स्वास्थ्य विभाग ने 1400 रुपये खाते में भेजा. 3 जुलाई 2019 को ही फिर से शांति देवी के खाते में फिर से 1400 रुपये भेजे गयेय यानि एक ही डेट में दो बार स्वास्थ्य विभाग ने राशि भेजी.
इस के बाद यह सिलसिला चलता रहा और हरेक 3 माह पर खाते में 1400 रुपये की राशि आ रही है. अंतिम बार इस माह में 3 अगस्त को 11400 रुपये खाते में भेजे गए. हालांकि शांति देवी को एक बार भी रुपये नहीं मिले. जिले के छोटी कोठिया की लीला देवी की कहानी भी शांति देवी से मिलती जुलती है.
लीला देवी के खाते में पिछले 13 माह में 8 बार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 1400 रुपये की राशि बार-बार भेजी गई. लीला देवी को पिछले 10 साल से कोई बच्चा नहीं हुआ है. लीला ने बच्चा नहीं होने के लिए परिवार नियोजन भी करा लिया है, लेकिन कभी एक ही डेट में 2 बार तो कभी कुछ माह के अंतराल पर मुशहरी पीएचसी से बच्चे जन्म के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की 1400 रुपये की राशि लीला देवी के खाते में भेजी जा रही है.
कुल राशि 11 हजार 2 सौ रुपया को लौटाने की बात सीएसपी संचालक कर रहा
इस राशि का खाते से उठाव भी कर लिया जा रहा है. जबकि लीला देवी को इस बात की जानकारी मिली है तो स्थानीय एसबीआई के सीएसपी संचालक सुशील कुमार द्वारा राशि लौटाने का प्रलोभन भी दिया जा रहा है. 8 बार खाते में आई कुल राशि 11 हजार 2 सौ रुपया को लौटाने की बात सीएसपी संचालक कर रहा है.
पूरे मामले का खुलासा होने के बाद एसबीआई के शाखा प्रबंधक की तरफ से यह दलील दी जा रही है कि जैसे ही खाताधारकों के तरफ से शिकायत की जाएगी मामले की जांच होगी. सबसे खास बात तो यह भी है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में बच्चे के जन्म पर आशा कार्यकर्ता को भी छह सौ रुपये देने का प्रावधान है. लेकिन उक्त मामलों में आशा कार्यकर्ता को महिलाओं के गर्भवती होने की जानकारी नहीं है.
योजना के तहत लाभुक महिलाओं और संबंधित आशा कार्यकर्ता के खातों में संबंधित पीएचसी प्रभारी के हस्ताक्षर से पैसे जाते हैं. वहीं, लीला देवी कहती हैं कि घोटाले की जानकारी मिली तो उन्होंने स्टेट बैंक के स्थानीय सीएसपी संचालक सुशील कुमार को इसकी सूचना दी.
सीएसपी सेंटर पर फिंगर प्रिंट मशीन से खाते से राशि की निकासी का प्रावधान
सीएसपी सेंटर पर फिंगर प्रिंट मशीन से खाते से राशि की निकासी का प्रावधान है. ऐसे में सवाल यह है कि खातेधारियों की जानकारी के बिना उनके फिंगर प्रिंट लेकर राशि की निकासी कैसे हो रही है? स्टेट बैंक मुशहरी के बैंक प्रबंधक चन्द्रजीत कुमार बार-बार एक ही योजना के पैसे खास बैंक खातों में आने की घटना पर आश्चर्य जताते हैं.
वे शिकायत मिलने पर कार्रवाई कर रहे हैं. लेकिन खाते में स्वास्थ्य विभाग की एक ही योजना द्वारा बार-बार प्रोत्साहन राशि खाते में आने पर गंभीर सवाल खड़ा कर रहे हैं. वहीं, इस बाबत मुसहरी के पीएचसी प्रभारी डॉ. उपेन्द्र चौधरी क्लर्क के छुट्टी पर होने के कारण फिलहाल कुछ भी बताने में असमर्थता जता रहे हैं. सिविल सर्जन डॉ.एसपी सिंह इस घोटाले की तह तक जाने का भरोसा देते हैं. कहते हैं कि पूरे जिले में इसकी पडताल होगी और लिए दोषी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.