बिहार के गया में खाकी पर दाग, पुलिस इंस्पेक्टर चलवा रहा था देह व्यापार का धंधा, खुलासा, कार्रवाई में जुटे अधिकारी
By एस पी सिन्हा | Published: June 8, 2020 08:29 PM2020-06-08T20:29:55+5:302020-06-08T20:29:55+5:30
पुलिस की जांच रिपोर्ट ने इसकी पुष्टि की है. प्राप्त जानकारी के अनुसार गया जिले में एक इंस्पेक्टर रैंक का थानेदार खुद ही देह व्यापार का रैकेट संचालित करा रहा था.
पटनाः बिहार में पुलिस के द्वारा घूसखोरी और अपराधियों के साथ सांठ-गांठ की बातें अक्सर सामने आती रहती हैं, लेकिन कोई पुलिस का अधिकारी देह व्यापार का धंधा करवाये, ऐसी खबर शायद अभी तक सामने नही आई होगी.
लेकिन गया जिले में खाकी वर्दी को दागदार करते हुए एक पुलिस इंस्पेक्टर पर देह व्यापार संचालन में संलिप्तता होने का आरोप लगा है. पुलिस की जांच रिपोर्ट ने इसकी पुष्टि की है. प्राप्त जानकारी के अनुसार गया जिले में एक इंस्पेक्टर रैंक का थानेदार खुद ही देह व्यापार का रैकेट संचालित करा रहा था.
बीते 31 मई को गया के डेल्हा थाना क्षेत्र स्थित लोको कॉलोनी के क्वॉर्टर संख्या-420 बी में एक पुलिस अधिकारी दीपक कुमार की देखरेख में संचालित देह व्यपार के रैकेट को पकड़ा गया था. वहां मौके पर एक लड़की के पकडे़ जाने के बाद मामला उजागर हुआ था.
इसके बाद पुलिस छापेमारी कर कई आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए थे. पुलिस ने देह व्यापार संचालक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इसके बाद मामले की गहन पड़ताल की गई तो डेल्हा थानाध्याक्ष अरुण कुमार की संलिप्तता समाने आ गई. बताया जाता है कि मामले की जांच गया के सिटी एसपी राकेश कुमार को सौंपी गई थी, इसके बाद उन्होंने जांच शुरू की तो मामला परत-दर-परत खुलता गया. इसके बाद सिटी एसपी राकेश कुमार ने अपनी रिपोर्ट गया के एसएसपी राजीव मिश्रा को समर्पित की है, जिसमें उन्होंने देह व्यापार के धंधे में डेल्हा थानाध्यक्ष की संलिप्तता बताई है.
एसएसपी ने इसकी पुष्टि की है. एसएसपी ने कहा कि आरोपित थानेदार अरुण कुमार इंस्पेक्टर रैंक का अधिकारी है, इसलिए उसके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के लिए मगध प्रमंडल के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) राकेश राठी को अनुशंसा कर दी गई है. अब उनके स्तर से कार्रवाई होगी. वहीं आईजी राकेश राठी ने बताया कि गया एसएसपी की अनुशंसा प्राप्त हो गई है. अनुशासनिक कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है.