पटनाः घर में लगी आग, झुलसकर चार बच्चों की हुई मौत, कोविड से बचाने के लिए मां ने ही झोपड़ी में किया था बंद
By एस पी सिन्हा | Published: April 28, 2021 02:38 PM2021-04-28T14:38:57+5:302021-04-28T14:39:54+5:30
बिहार की राजधानी पटना जिले के पुनपुन थाना इलाके के अलाउद्दीन चक गांव दर्दनाक हादसा हो गया. चारों बच्चों ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया.
पटनाः बिहार की राजधानी पटना जिले के पुनपुन थाना इलाके के अलाउद्दीन चक गांव में घटी एक हृदय विदारक घटना में एक घर में लगी भीषण आग में चार बच्चों की मौत हो गई.
घटना उसवक्त घटी जब कोरोना से बचाव के लिए अपने चार बच्चों को झोपड़ीनुमा घर में बंद कर माता-पिता खेत में काम करने चले गये. इस दौरान अचानक झोपड़ी में आग लगने से चार बच्चे जिंदा जल गये. चारों ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया. इस घटना को लेकर अलाउद्दीनचक गांव में मातम पसर गया है. माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है.
घटना सामने आने के बाद बीडीओ और सीओ सहित पुलिस और अग्निशमन की टीम राहत बचाव कार्य में जुट गई है. बताया जाता है कि पीड़ित परिवार काफी गरीब हैं और आज सुबह बच्चों के माता-पिता गेहूं की कटाई के लिए घर से बाहर गए हुए थे. इस बीच झोपड़ी में आग लग गई.
मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया. बताया गया है कि पासवान बिरादरी का एक परिवार अलाउद्दीनचक गांव में में रहता है. घर में तीन बेटा और एक बेटी थी. बेटी 12 वर्ष जबकि तीन बेटे 5 से 8 साल तक के थे. गांव में कोरोना पांव पसार चुका है. कई लोग संक्रमित हैं.
ऐसे में अपने बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए खेत पर जाते समय परिजन उन्हें घर में बंद कर चले गये. इसके कुछ ही देर बाद घर में आग लग गई. आग की लपटों को देखकर जब तक गांव के लोग शोर मचाते मौके पर पहुंचे, देर हो चुकी थी. चारों बच्चे झुलसकर दम तोड़ चुके थे. उनका चेहरा तक पहचान में नहीं आ रहा था.
आगलगी की इस घटना में धर में रखी संपत्ति भी जलकर नष्ट हो गई. इस घटना में जहां पीड़ित परिजनों की गोद सूनी हो गई है, तो वही वे खुले आसमान के नीचे आ गये हैं. पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन में जुटी है. ग्रामीणों की मानें तो मकान छोटू पासवान की है. जिस वक्त आग लगी थी, उस वक़्त छोटू पासवान की पत्नी गांव के ही खेत में गेहूं काटने के लिए गई हुई थी.
फिलहाल सभी चार मासूम के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की कोशिश की जा रही है. अधिकारियों ने बताया कि पीडित परिवार को नियमों के मुताबिक, मुआवजे का भुगतान किया जाएगा. इस हादसे से अधिकारी भी सन्न हैं. आसपास के लोग और अधिकारी पीड़ित दंपती को सांत्वना देने में जुटे हैं. बच्चों के माता-पिता इस घटना के बाद बेसुध जैसे हो गए हैं.