Bihar News: दरभंगा के डीएम को मिली जान से मारने की धमकी, 2 लाख इनाम की घोषणा, पुलिस जांच में जुटी
By एस पी सिन्हा | Published: April 3, 2020 04:29 PM2020-04-03T16:29:41+5:302020-04-03T16:29:41+5:30
डीएम डॉ. त्यागराजन ने जिला में आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी करने वाले दुकानदारो को सख्त चेतावनी दिया और कहा उनके विरूद्ध छापामारी अभियान और तेज की जायेगी.
पटना: बिहार के दरभंगा के डीएम डॉ. त्यागराजन एस.एम. को गोली मारने की धमकी मिली है. यही नहीं डीएम को जान से मारने वाले के लिए इनाम की घोषणा की गई है. डीएम के फेसबुक पर मोहम्मद फैजल नाम के युवक ने ये पोस्ट किया है. यह धमकी दरभंगा डीएम के ऑफिशियल फेसबुक पेज पर दी गई है.
बताया जाता है कि दरभंगा के डीएम डॉ. त्यागराजन ने अपने फेसबुक पेज पर कालाबाजारी करने वालों पर सख्त कार्रवाई और राज्य के बाहर से आये व्यक्तियों की स्क्रीनिंग के बारे में जानकारी दी थी, इस पर मोहम्मद फैजल नाम के अंकाउट से उन्हें गोली मारने पर दो लाख के ईनाम की घोषणा की. बाद में इस कमेंट को डीलीट कर दिया गया.
डीएम डॉ. त्यागराजन ने जिला में आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी करने वाले दुकानदारो को सख्त चेतावनी दिया और कहा उनके विरूद्ध छापामारी अभियान और तेज की जायेगी. उधर, यह भी बात उभरकर सामने आई कि दिल्ली के निजामुदीन से तबलीगी जमात से जुड़े 10 विदेशी मौलवी पिछले माह बिहार के दरभंगा जिले आये थे. इन लोगों ने करीब एक सप्ताह तक यहां की करीब दजर्नभर मस्जिदों में तकरीर भी की थी.
लॉकडाउन के बीच ही सभी मौलाना 24 मार्च को सडक मार्ग से पटना गये और वहां से उनके दिल्ली चले जाने की सूचना है. सभी 10 मौलाना म्यांमार के निवासी बताये जाते हैं.
निजामुदीन में तबलीगी मरकज के जरिए कोरोना वायरस के संक्रमण का फैलाव होने का खुलासा होने के बाद पुलिस ने इसकी जांच शुरू की है. बताया जाता है कि ये सभी 15 मार्च के आसपास दिल्ली से ट्रेन के माध्यम से दरभंगा पहुंचे थे.
दिल्ली वापसी के लिए भी इन सभी की ट्रेन में सीट बुक थी. इसी दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लॉक डाउन का निर्देश जारी हो गया. ट्रेन बंद कर दिया गया. इस वजह से सभी निजी वाहन से यहां से निकल गये. खुलासा होने के बाद इन मौलिवयों के निकट संपर्क में आये लोगों में दहशत है. विदेशी लोगों के यहां आने की जानकारी पुलिस को भी नहीं दी गई थी. इन लोगों को स्थानीय स्तर पर सुविधा दिलाने में शामिल एक वार्ड पाषर्द समेत कुछ नामी लोग पुलिस की रडार पर हैं. पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी है.
एसएसपी बाबू राम ने सदर एसडीपीओ व लहेरियासराय थानाध्यक्ष को मामले की जांच का आदेश दिया है. एसएसपी ने कहा है कि मामले में शामिल लोगों पर कानूनी कारर्वाई की जायेगी. तबलीगी जमात के मौलवी मस्जिदों में रहकर धर्म का प्रचार करते हैं.
दरभंगा में भी इस तरह का कार्यक्रम समय-समय पर होते रहता है. इसी कडी में म्यांमार के रहने वाले ये लोग निजामुद्दिन से यहां पहुंचे थे. अपने प्रवास के दौरान शहर सिहत जिला के प्रमुख मस्जिदों में इनका कार्यक्रम हुआ, जिसमें बडी संख्या में लोगों के शरीक होने की बात कही जा रही है.
सूत्र बताते हैं कि इन सभी की वापसी ट्रेन से होनी थी. इसके लिए दिल्ली जानेवाली ट्रेन में आरक्षण कराया गया था. वापसी का टिकट 27 मार्च का बना था. इसी बीच 22 मार्च को जनता कर्फ्यू को लेकर 21 मार्च की रात 10 बजे से 22 मार्च की रात 10 बजे तक ट्रेनों का परिचालन बंद रहा था. वहीं 25 मार्च से पूरे देश में लागू लॉक डाउन हो गया.
बताया जा रहा है कि पूरे देश में यात्री ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया. आनन-फानन में इन सभी मौलिवयों के लिए चारपिहया गाडी का प्रबंध किया गया. मामला सामने आते ही जिला प्रशासन सक्रिये हि गया है और मामले की जांच में जुट गया है. इसबीच, जिलाधिकारी ने नोवल कोरोना वायरस को फैलने से रोकने हेतु संक्रमित संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर उनकी जाँच की कार्रवाई हेतु नगर आयुक्त/वार्ड पार्षदों के साथ बैठक किया गया.