बिहार: अवैध कमाई से धन कुबेर बने ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी के बैंक लॉकर से मिले करीब 1.5 करोड़ रुपये के गहने
By एस पी सिन्हा | Published: May 27, 2022 09:18 PM2022-05-27T21:18:57+5:302022-05-27T21:27:26+5:30
बिहार में ग्रामीण विकास विभाग में उप सचिव शैलेंद्र कुमार भारती के यहां स्पेशल विजिलेंस यूनिट की छापेमारी बैंक लॉकर से करीब 1.5 करोड़ रुपये की ज्वेलरी बरामद की गई है। बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी शैलेंद्र कुमार भारती के यहां छापेमारी में 2 गोल्ड बिस्कुट और लाखों की संपत्ति के कागजात भी बरामद हुए हैं।
पटना: बिहार में भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ विशेष निगरानी इकाई की चल रही कार्रवाई में ग्रामीण विकास विभाग में उप सचिव शैलेंद्र कुमार भारती धन कुबेर निकला है।
भारती के बैंक लॉकर से करीब 1.5 करोड़ रुपये की ज्वेलरी बरामद की गई है। छापेमारी में यह खुलासा हुआ है कि बिहार प्रशासनिक सेवा के यह अधिकारी शैलेंद्र कुमार भारती कम समय में अकूत संपत्ती का मालिक बन गया।
भारती ग्रामीण विकास विभाग में उप सचिव के पद पर पदस्थापित है। इसके पहले वे 2-2 मंत्री के सरकारी आप्त सचिव रह चुके हैं। विशेष निगरानी इकाई ने आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज कर आज सुबह से ही तलाशी ले रही थी। छापेमारी के दौरान उप सचिव के बैंक लॉकर से डेढ़ करोड़ के जेवरात के साथ 2 गोल्ड बिस्कुट और लाखों की संपत्ति और निवेश के कागजात बरामद किए गए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उसके फ्लैट से एक लाख रुपया कैश भी एसयूवी की टीम को मिला है। शैलेंद्र भारती पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी सेवा में रहने के दौरान अकूत संपत्ति अर्जित की, जो उनके वेतन एवं अन्य ज्ञात स्रोतों की तुलना में बहुत अधिक है। इन पर कुल 1 करोड़ 20 लाख 19 हजार 837 रुपए आय से अधिक अर्जित करने का आरोप है।
इस मामले में केस दर्ज कर कोर्ट से सर्च वारंट लिया गया। तलाशी में मिलने वाली संपत्ति उनके आय से करीब 4 गुनी अधिक है। शैलेंद्र कुमार भारती का पदस्थापन पूर्णिया में कार्यपालक दंडाधिकारी, आरा और घोसवारी अंचल में सीओ, सासाराम में सीनियर डिप्टी कलेक्टर, सीवान एसडीओ, पालीगंज व मुंगेर में एसडीओ तथा पटना में सिटी मजिस्ट्रेट के पद पर पदस्थापित रहे हैं। इसके अलावे दो मंत्री के निजी सचिव भी रह चुके हैं।
भारती के पटना स्थित आवास और कार्यालय में छापेमारी की गई। तलाशी में आरोपी के पास तीन फ्लैट मिले हैं। आरपीएस मोड के पास 53 लाख रुपए का फ्लैट, कश्यप ग्रीन में 53 लाख का प्लाट तथा जलालपुर में 29 लाख रुपये का फ्लैट मिला है। इस फ्लैट के साज-सज्जा में लाखों रुपए खर्च किए गए हैं।
शैलेंद्र कुमार भारती ने बांका में 5 बीघा जमीन खरीदा है। जिसकी कीमत लगभग 50 लाख है। साल 2002 में फुलवारी शरीफ में 55000 का 3 कट्ठे का प्लॉट मिला है। इसके अलावे आरोपी अधिकारी ने पैसे का जमीन में जो निवेश किये हैं, उसका सबूत मिला है। छापेमारी के दौरान 22 लाख रुपए एसबीआई बैंक में एवं अन्य बैंक शाखा में जमा पाया गया है।
इसके अलावे एचडीएफसी बैंक सगुना मोड के लॉकर से दो करोड़ के जेवरात एवं एक लाख नगदी बरामद हुआ है। पटना के रूकनपुरा स्थित एक बैंक में अभियुक्त एवं उनकी पत्नी के नाम से 6 लाख जमा है।
बताया जाता है कि साल 2002 में शैलेंद्र कुमार भारती ने बिहार सरकार की नौकरी ज्वाइन किया था। इसके बाद कई पदों पर रहते हुए उन्होंने आय से अधिक अकूत संपत्ति कमाई। नौकरी में रहते हुए वे भ्रष्टाचार में लिप्त रहे। इसके बारे में निगरानी को लगातार जानकारी मिल रही थी। जिसके बाद एसयूवी ने ग्रामीण विकास विभाग के डिप्टी सेक्रेटरी शैलेंद्र कुमार भारती के ऊपर शिकंजा कसा।