बिहार में फिर जहरीली शराब का कहर, नालंदा की घटना के बाद सारण में आधा दर्जन की मौत
By एस पी सिन्हा | Published: January 20, 2022 03:43 PM2022-01-20T15:43:25+5:302022-01-20T15:43:25+5:30
बिहार में शराबबंदी लागू है. इसके बावजूद लोगों की जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला जारी है. ताजा मामले सारण जिले से हैं।
पटना: बिहार में जहरीली शराब के सेवन से हो रही मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. नालंदा जिले में जहां जहरीली शराब से 14 लोगों की हुई मौत का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि सारण जिले के अमनौर और मकेर थाना क्षेत्रो में छह लोगों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है.
कई लोगों की स्थिती भी गंभीर बनी हुई है. इसके साथ ही कुछ लोगों के आंखों की रोशनी चले जाने की भी बात सामने आ रही है. परिजन शराब पीने से मौत का दावा कर रहे हैं तो वहीं पुलिस व प्रशासन शराब से मौत की बात से इनकार कर रहा है.
परिजनों पर बयान बदलवाने के लग रहे आरोप
यह बात भी सामने आ रही है कि कुछ मृतक के परिजनों ने पुलिस व सत्तारूढ दलों के जनप्रतिनिधियों के दबाव में आकर बयान बदल दिए और शव को दफना दिया है. वहीं, कुछ के परिजनों ने शराब पीने से मौत होने की बात कही है. बावजूद इसके जिले के अधिकारी ठंड से मौत होने की बात कह रहे है.
पुलिस ने मोहम्मद ईशा के शव को पुलिस ने कब्जे में लिया है. प्रभावित इलाकों में उत्पाद विभाग की टीम पहुंची और उत्पाद अधीक्षक मामले की जांच कर रहे हैं. मढौरा के डीएसपी इस घटना को अफवाह बता रहे हैं.
वहीं, मृतक रामनाथ राय की पत्नी लालती देवी ने बताया कि काम से लौटने के बाद जनता बाजार में 60 वर्षीय रामनाथ ने शराब पी ली थी. इसके बाद उनकी तबीयत बिगडने के बाद मौत हो गई. वहीं, बुधवार को मो. इशा ने भी उसी इलाके में शराब पी थी, जिसके बाद उनकी भी तबीयत बिगड़ गई थी और इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई.
उसी तरह, शराब पीने से इसी गांव के 35 वर्षीय पलटन महतो की आंखों की रोशनी गायब हो गई, जिन्हें मुजफ्फरपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. इसके साथ ही अमनौर थाना के 45 वर्षीय कृष्णा महतो और 55 वर्षीय रामनाथ महतो के अलावा सीवान के 40 वर्षीय अनिल मिस्त्री की मौत हो गई.
कई परिवारों पर टूटा कहर
बुधवार को मकेर थाना क्षेत्र के नवकाढा गांव के रघु राय के 40 वर्षीय पुत्र भरत राय, कैतुका नंदन गांव के बुटाई राय के 70 वर्षीय पुत्र बृज बिहारी राय के साथ अमनौर थाना के बसंतपुर गांव के 45 वर्षीय मो. ईसा की मौत हो गई. इसके साथ ही परमानन्द छपरा गांव के मलिक महतो के 45 वर्षीय पुत्र पलटन महतो, तारा अमनौर गांव के केदार बैठा के 22 वर्षीय पुत्र संजय बैठा के साथ-साथ इसी गांव के मुंद्रिका बैठा के 24 वर्षीय पुत्र सूरज बैठा अस्पताल में भर्ती है.
परिजनों ने बताया कि इनकी आंखों की रोशनी भी चली गई है. सबसे खराब स्थिति सूरज बैठा की बताई जा रही है. उसका इलाज छपरा के निजी अस्पताल में चल रहा था. स्थिति बिगड़ने के बाद परिजन पटना लेकर गए हैं. पटना में निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है.
इसी तरह, मुजफ्फरपुर के मंसूरपुर में पलटन महतो व संजय बैठा का इलाज चल रहा है. नरसिंहभानपुर गांव के मृत युवक रामनाथ राय के भाई सकलदीप राय एवं पत्नी लालती देवी ने कहा कि बाजार के पास नहरिया पर उनकी मौत देसी शराब पीने से हुई है. शाम के समय वे शराब पीकर घर आए थे. पेट एवं सिर में दर्द की बात कह रहे थे. रात्रि में उनकी मौत हो गई.
ग्रामीणों के कहने पर अमनौर पुलिस ने शव को छपरा भेजा. वहां पोस्टमार्टम कराया गया. रामनाथ राज मिस्त्री थे. अन्य मृतकों कृष्णा महतो, अनिल मिस्त्री, भरत राय, बृज बिहारी राय एवं इशा का आनन फानन दाह संस्कार करा दिया गया. बृजबिहारी के पुत्र ने इसे स्वभाविक मौत बताया है. वहीं कृष्णा महतो के पुत्र ने ठंड से भरत राय के परिजनों ने बीमारी से और मोहम्मद इशा के पुत्र ने ठंड से मौत की बात कही है.
वहीं, जिलाधिकारी राजेश मीणा ने बताया कि मृतक की पत्नी ने शराब पीने से पति की मौत की बात कही थी. जिसके बाद तत्काल रामनाथ महतो के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है. पोस्टमार्टम में शराब पीने की बात सामने नहीं आई. मौत का कारण ठंड के कारण हार्ट अटैक होना बताई गई है. कुछ लोगों द्वारा ग्रामीणों को गुमराह कर अफवाह फैलायी जा रही हैं.
उधर, जहरीली शराब पीने से हुई मौत की खबर सुनकर दरौली विधानसभा के भाकपा- माले के विधायक सत्यदेव राम ने पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की है. उन्होंने कहा कि सरकार की शराबबंदी पूर्ण रूप से फेल है. उन्होंने कहा कि गांव-कस्बो में पुलिस के मिली भगत से जहरीली शराब की धंधा हो रहा है. लोग शराब पीकर दम तोड़ रहे हैं. जहरीली शराब के सेवन से मरने पर परिजनों को डरा धमका कर बयान बदलवाया जा रहा है. विधायक ने सरकार से स्थानीय पुलिस अधिकारी को बर्खास्त करने की मांग की है.