बिहारः बीपीएससी के बाद एमबीबीएस परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय ने पेपर को रद्द किया
By एस पी सिन्हा | Published: June 4, 2022 07:16 PM2022-06-04T19:16:00+5:302022-06-04T19:16:48+5:30
सभी सरकारी एवं गैर सरकारी मेडिकल कॉलेजों के लगभग 1200 सौ एमबीबीएस छात्र परीक्षा दे रहे हैं. परीक्षा के लिए मुजफ्फरपुर, पटना, भागलपुर सहित पांच शहरों में केंद्र बनाया गया है.
पटनाः बिहार लोक सेवा आयोग(बीपीएससी) 67वीं पीटी प्रश्न पत्र लीक होने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब एमबीबीएस अंतिम वर्ष की परीक्षा आरंभ होने से पहले ही वाट्सऐप पर प्रश्न पत्र वायरल हो गया. इसके बाद परीक्षा का प्रश्न पत्र वायरल होने के मामले में आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को आयोजित पेपर को रद्द कर दिया है.
परीक्षा बोर्ड की बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया. इसके साथ ही विश्वविद्यालय ने इस मामले की तकनीकी जांच के लिए एसएसपी को पत्र भेजा है. इसके अलावे मामले की आंतरिक जांच के लिए तीन डीन की कमेटी गठित की गई है. कुलपति डा. एसपी सिंह ने कहा कि परीक्षा की शुचिता से किसी हाल में खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
पुलिस मामले की जांच करेगी. पकडे़ गए दोषी बख्शा नहीं जाएगा. बता दें कि राज्य के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी मेडिकल कॉलेजों के लगभग 1200 सौ एमबीबीएस छात्र परीक्षा दे रहे हैं. परीक्षा के लिए मुजफ्फरपुर, पटना, भागलपुर सहित पांच शहरों में केंद्र बनाया गया है. शुक्रवार को पटना में बीएन कालेज केंद्र पर प्रवेश के दौरान एक संदिग्ध मुकेश कुमार को पकड़ा गया था.
उसके बैग में परीक्षा का प्रश्न पत्र मिला था. उसके पास से काफी चिट-पुर्जे और पांच मोबाइल भी मिले. केंद्राधीक्षक प्रो. राजकिशोर ने मुकेश कुमार को पीरबहोर पुलिस को सौंप दिया. मुकेश वैशाली जिला में पातेपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है. इधर, केंद्राधीक्षक ने कुलपति को पत्र भेजकर परीक्षा कराने में असमर्थता जताई है.
उन्होने पत्र में उल्लेख किया कि 27 मई से यहां पीएमसीएच, एनएमसीएच, एसकेएमसीएच, विम्स पावापुरी एवं एएनएमएमसीएच की परीक्षा ली जा रही है. कदाचारमुक्त परीक्षा संपन्न कराने की हर संभव कोशिश की जा रही है. लेकिन मांग के अनुरूप पुलिस बल नहीं मिलने से इससे व्यवधान हो रहा है. परीक्षा शुरू होने से पहले ही प्रश्न पत्र वायरल होने से परीक्षा की शुचिता प्रभावित हुई है. अगली परीक्षा के पहले केंद्र पर जैमर के साथ ही पुलिस बल और अतिरिक्त दंडाधिकारी की तैनाती जरूरी है.