बिहार: 30 हजार रुपये लेकर 40 साल के व्यक्ति से 14 साल की नाबालिग बच्ची की कराई जा रही थी शादी, पुलिस ने किया गिरफ्तार
By एस पी सिन्हा | Published: June 24, 2022 06:15 PM2022-06-24T18:15:11+5:302022-06-24T18:17:47+5:30
जिले के मुरलीगंज थाना इलाके के रजनी परसादी गांव में 30 हजार रुपए लेकर 14 साल की नाबालिग बच्ची की शादी उत्तर प्रदेश के 40 साल के व्यक्ति से कराई जा रही थी।
पटना:बिहार में मानव तस्करी का मामला थमने का नाम नही ले रहा है। कोसी और सीमांचल की गरीबी यहां की बच्चियों के लिए अभिशाप बनती जा रही हैं। दूसरे प्रदेशों से लोग आकर शादी के नाम पर गरीब बच्चियों की खरीद-फरोख्त कर रहे हैं। इसका खुलासा मधेपुरा जिले में हुआ है, जहां 30 हजार में दुल्हन बेचने का मामला सामना आया है। जिले के मुरलीगंज थाना इलाके के रजनी परसादी गांव में रुपए लेकर 14 साल की नाबालिग बच्ची की शादी उत्तर प्रदेश के 40 साल के व्यक्ति से कराई जा रही थी।
हालांकि, समय रहते पुलिस के हस्तक्षेप से बच्ची बाल बाल बच गई। पुलिस ने दूल्हा और दलाल समेत 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में यह भी पता चला है। इस इलाके में संगठित रैकेट चलता है जो स्थानीय लड़कियों की शादी दूसरे राज्यों में करवाकर पैसे कमाता है। मधेपुरा समेत कोसी और सीमांचल इलाकों में यह काम काफी चल रहा है।
इस मामले में पुलिस ने 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के शामली से आया 40 वर्षीय शख्स 14 साल की नाबालिग बच्ची से शादी कर रहा था। जब गांव वालों को इसकी जानकारी हुई, तो उन्होंने मुखिया को बताया और मुखिया ने यह सूचना प्रशासन तक पहुंचाई। मौके पर पहुंचे प्रशासन के अधिकारियों ने शादी को रोकी और दूल्हे समय 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। देर रात सभी अभियुक्तों को थाने लाया गया और आज सुबह जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार दूल्हा उत्तर प्रदेश के शामली गांव का निवासी ज्वाला सिंह है।
बताया जाता है कि पीड़ित बच्ची को बहला-फुसलाकर उसके फूफा के घर शादी के लिए दलालों के सहयोग से लाया गया था। गिरफ्तार ज्वाला ने बताया कि उसके इलाके के कई लोगों की शादी मधेपुरा में हुई है। इसीलिए वह भी शादी कर रहा है। ज्वाला को यहां तक लाने वाली दलाल जुलेखा खातुन ने भी अपनी बेटी की शादी यूपी में किया हुआ है। उसने बताया कि शादी बच्ची के माता-पिता की सहमति से हो रही थी।
वहीं, स्थानीय लोगों से जानकारी मिली कि बच्ची शादी नहीं करना चाहती थी। बेमेल जोड़े को देखकर लोगों को शंका हुई और धीरे-धीरे बात खुल गई। लड़की के भाई ने भी बताया कि उसे भी इस शादी की कोई जानकारी माता-पिता ने नहीं दी थी। अगर होती वह ऐसा कभी होने नहीं देता। इस मामले में मुरलीगंज के प्रभारी बाल विकास परियोजना परिषद के पदाधिकारी अहमद राजा खान ने मुरलीगंज थाने में केस दर्ज कराया है।
रजनी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि राजीव राजा ने बताया कि बच्ची की उम्र करीब 14 साल है, जबकि दूल्हा 40 वर्ष का है। उन्होंने बताया कि इस शादी के लिए लड़की के पिता को 30,000 रुपए दिए गए थे। इसके अलावा और भी रकम देने का लालच भी दिया गया था। खोजा गया तो पता चला कि पिता फरार हो चुका है। पुलिस उसे भी गिरफ्तार करेगी। उन्होंने कहा कि जिले में बच्चियों को शादी के बहाने बाहर ले जाने वालों का नेटवर्क इस इलाके में सक्रिय है।