पिता की चाकू मारकर हत्या, बेटे ने दी थी एक करोड़ रुपये की सुपारी, सामने आई हैरान करने वाली वजह
By विनीत कुमार | Published: February 28, 2023 01:25 PM2023-02-28T13:25:59+5:302023-02-28T13:33:06+5:30
बेंगलुरु में एक शख्स की हत्या के बाद पुलिस ने उसके बेटे को गिरफ्तार किया है। बेटे पर पिता की हत्या के लिए एक करोड़ रुपये की सुपारी देने का आरोप है।
बेंगलुरु: पिता को मारने के लिए एक करोड़ की सुपारी देने वाले 32 साल के एक बेरोजगार शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामला बेंगलुरु का है। दरअसल, बेंगलुरु के माराथल्ली इलाके के कावेरप्पा ब्लॉक के रहने वाले नारायण स्वामी की अपने अपार्टमेंट के आगे 13 फरवरी को हत्या हो गई थी।
बाइक सवार दो हमलावरों ने स्वामी पर चाकू से हमला किया और फरार हो गए थे। नारायण स्वामी का बेटा एन मणिकांत इस हत्या का चश्मदीद गवाह था और उसने उसी दिन माराथल्ली पुलिस स्टेशन में मामले को लेकर एफआईआर दर्ज कराई थी। मामले में अब पुलिस ने मणिकांत के अलावा दो और युवकों आदर्श और शिव कुमार को गिरफ्तार किया है।
आरोपी बेटे की पहली पत्नी की हो चुकी है हत्या
पूछताछ में मणिकांत ने पुलिस को बताया कि वह परेशान था क्योंकि उसके पिता ने उसकी पत्नी अर्चना को एक फ्लैट गिफ्ट में देने का फैसला किया था। रियल एस्टेट क्षेत्र से जुड़े नारायण स्वामी ने कावेरप्पा ब्लॉक में एक अपार्टमेंट का निर्माण किया था और इसी के एक फ्लैट में अपनी पत्नी, बेटे मणिकांत और अर्चना के साथ रहते थे।
अर्चना मणिकांत की दूसरी पत्नी हैं और उनकी एक नवजात बेटी है। मणिकांत की पहली पत्नी की 2013 में हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने उस समय भी हत्या के आरोप में मणिकांत को गिरफ्तार किया था। हालांकि, उसे 2020 में बरी कर दिया गया और फिर उसने अर्चना से शादी कर ली। बाद में, मणिकांत और अर्चना के बीच मतभेद होने लगे। इसके बाद मणिकांत ने कथित तौर पर पिछले साल अगस्त में अर्चना को चाकू मार कर घायल कर दिया था।
मणिकांत पर हत्या की कोशिश के आरोप लगे और पुलिस ने इस बार भी उसे गिरफ्तार किया। इस मामले में मणिकांत बेंगलुरु जेल में कई दिनों तक बंद रहा जहां उसकी आदर्श और शिव कुमार से दोस्ती हो गई। मणिकांत हाल ही में जमानत पर बाहर आया था और अर्चना उससे अलग रहने लगी थी।
संपत्ति हथियाने के लिए रची माता-पिता के हत्या की साजिश!
पुलिस के अनुसार इस बीच नारायण स्वामी ने अर्चना के नाम पर अपने अपार्टमेंट का एक फ्लैट पंजीकृत करने का फैसला किया ताकि वह एक स्वतंत्र होकर अपना जीवन जी सकें। डीसीपी (व्हाइटफील्ड) एस गिरीश के अनुसार, 'स्वामी को लग रहा था कि मणिकांत अब अर्चना की आर्थिक तौर पर मदद नहीं करेगा। उसने मणिकांत को पैसे देना भी बंद कर दिया था। इन मुद्दों की वजह से मणिकांत संपत्ति हथियाने के लिए पिता के साथ-साथ अपनी मां की हत्या की योजना बनाने लगा।'
इसके बाद मणिकांत ने आदर्श के साथ हत्या की साजिश रची जिसने शिव कुमार को यह काम सौंपा। पुलिस ने बताया, 'मणिकांत ने काम पूरा करने के बाद शिव कुमार को एक करोड़ रुपये नकद देने का वादा किया था। उसने आदर्श और शिव कुमार को एक-एक फ्लैट और एक कार देने का भी वादा किया था। साथ ही शिव कुमार को 1 लाख रुपये एडवांस भी दिए गए थे।