आरा जेल में छापेमारी और 35 मोबाइल बरामद, कैदियों और जेल प्रशासन कर्मियों के पसीने छूटे, जिलाधिकारी राजकुमार ने की कार्रवाई
By एस पी सिन्हा | Published: December 3, 2022 05:41 PM2022-12-03T17:41:58+5:302022-12-03T17:42:59+5:30
आराः जिलाधिकारी के आदेश पर चलाये गये तलाशी अभियान ने कैदियों और जेल प्रशासन के कर्मियों के पसीने छूट गये।इस घटना से अचंभित हुए अधिकारियों ने जेल के उपाधीक्षक समेत तीन कर्मियों को निलंबित कर दिया है।
पटनाः बिहार के भोजपुर जिले के जिला मुख्यालय आरा स्थित जेल में जब जिलाधिकारी राजकुमार ने आज छापेमारी की तो दंग रह गये। छापेमारी के दौरान जेल से एक-दो नहीं बल्कि 35 मोबाइल मिले। एक साथ इतने मोबाइल मिलने से हड़कंप मच गया। अधिकारियों के पैर के नीचे से जमीन खिसक गई।
जिलाधिकारी के आदेश पर चलाये गये तलाशी अभियान ने कैदियों और जेल प्रशासन के कर्मियों के पसीने छूट गये।इस घटना से अचंभित हुए अधिकारियों ने जेल के उपाधीक्षक समेत तीन कर्मियों को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही 15 कैदियों को दूसरे स्थानों पर भेजने की अनुशंसा की है। हाल के दिनों में बढ़ते अपराध के कारण भोजपुर काफी सुर्खियों में रहा है।
बढ़ते अपराध का ही नतीजा था कि जिलाधिकारी राजकुमार ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को पत्र लिखकर जिले की विधि व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया था। इसके बाद जिला प्रशासन की नजर भोजपुर जेल पर थी। आज जब छापेमारी की गई तो इस बात का खुलासा हुआ कि जमीन में 5 से 6 फीट अंदर कैदियों ने मोबाइल गाड़कर रखा है।
वार्ड नंबर 7 से 14 और 6 से 10 के पीछे बने बाथरूम में जमीन के नीचे 6 से 7 फीट गड्ढे में कई मोबाइल दबाए गए थे। जेल प्रशासन को इस बात का अंदेशा है कि जेल के अंदर कक्षपालों ने एक संगठित गिरोह बना रखा है और उन्हीं के माध्यम से जेल के अंदर मोबाइल की सप्लाई की जाती है। जिनके पास से मोबाइल मिला है, उन कैदियों के खिलाफ थाने में केस दर्ज करवाया जा रहा है।
इससे पूर्व भी जिलाधिकारी राजकुमार और एसपी संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में मंडल कारा में हुई छापेमारी में करीब आठ मोबाइल, पांच सिम कार्ड और चार चार्जर समेत खैनी और गांजा का पुड़िया मिला था। जिसके बाद सहायक जेलर गौतम सिंह और कक्षपाल रवि को निलंबित कर दिया गया था।
जिलाधिकारी ने जेल के अधिक्षक को जेल की व्यवस्था सुदृढ़ करने और समय-समय पर छापेमारी करने का निर्देश दिया था। शनिवार को की गई छापेमारी में इसका खुलासा हो गया कि जेल में कैदी धड़ल्ले से मोबाइल का इस्तेमाल कैदी कर रहे हैं।
जेल अधीक्षक ने इसे बड़ी लापरवाही मांनते हुए तत्काल जेल उपाधीक्षक सरवर इमाम खान को निलंबित किया। इसके अलावा रक्षित उच्च कक्षपाल एजाज अहमद, कक्षपाल जितेंद्र कुमार को भी निलंबित कर दिया गया है। जेल अधीक्षक ने इसे गंभीर मामला मानते हुए लापरवाही के आरोप में जेल उपाधीक्षक सरवर इमाम खान सहित तीन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।