हफ्ते भर के भीतर अलवर में दूसरी घटना, एंबुलेंस ड्राइवर और कंपाउंडर ने किया गैंगरेप
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 11, 2019 12:50 PM2019-05-11T12:50:49+5:302019-05-11T12:50:49+5:30
रिपोर्ट में रेप पीडि़ता के अनुसार वह कठूमर क्षेत्र की रहने वाली है. पांच मई को वह बहू की डिलीवरी कराने कठूमर स्थित सरकारी अस्पताल आई थी. वहीं पर उनके साथ यह घटना घटित हुई.
एजेंसी राजस्थान के अलवर में गैंगरेप की घटना हुए एक हफ्ता भी नहीं बीता कि एक और रेप की घटना सामने आई है. अलवर में कठूमर के सरकारी अस्पताल के डिलीवरी रूम में एक महिला से 108 एंबुलेंस के ड्राइवर ने रेप किया. इसमें कंपाउंडर भी शामिल बताया जा रहा है. पुलिस ने मामला दर्जकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
रिपोर्ट में रेप पीडि़ता के अनुसार वह कठूमर क्षेत्र की रहने वाली है. पांच मई को वह बहू की डिलीवरी कराने कठूमर स्थित सरकारी अस्पताल आई थी. सात मई की रात करीब आठ बजे ड्यूटी पर तैनात एक कंपाउंडर मेरे पास आया और उसने प्रसूता के नाम पर कागज बनवाने के लिए कहा. इस बहाने से वह मुझे डिलीवरी रूम में ले गया जहां पर एंबुलेंस का ड्राइवर पहले से ही मौजूद था.
जैसे ही मैंने डिलीवरी रूम के अंदर गई तो कंपाउंडर ने गैलरी के गेट बंद कर दिए और फिर मुंह में कपड़ा ठूंसकर ड्राइवर ने रेप किया. फिर कंपाउंडर ने भी कोशिश की. जब शोर मचाया तो मारपीट की और धमकाया कि बहू का केस खराब कर देंगे और नवजात पोते को मार देंगे. पीडिता के मेडिकल के बाद जांच शुरू कर दी गई है.
हफ्ते भर भी नहीं बीते थे गैंगरेप की घटना को
अलवर में ही 26 अप्रैल एक और घटना उस वक्त हुई जब महिला अपने पति के साथ मोटरसाइकिल से कहीं जा रही थी. तभी दो बाइकसवार ने उन्हें अलवर में रोका और खेत में ले गए और गैंगरेप किया। इन लोगों ने पीड़ित महिला के पति की पिटाई भी किया। पति ने महेश गुर्जर नाम के एक आरोपी पर इस घटना का अपने फोन में वीडियो भी बनाने का आरोप भी लगाया।
26 अप्रैल को घटित इस घटना की एफआईआर चार दिन देरी से 30 अप्रैल को दर्ज की गई और 7 दिन बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू हुई. चुनाव का हवाला देकर पुलिस ने इस मामले में देरी की. अलवर में 6 मई को चुनाव हुए थे. मामले की जांच के लिए शुक्रवार को राष्ट्रीय एससी आयोग की टीम भी पहुंची थी जिसने लापरवाही की बात मानी है और दोषी पुलिस अधिकारियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की सिफ़ारिश की है. भीम आर्मी ने कल इस घटना को लेकर जयपुर में विरोध प्रदर्शन भी किया था.