अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौतः आनंद गिरि, आद्या प्रसाद और संदीप तिवारी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में, जांच तेज
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 23, 2021 09:23 PM2021-09-23T21:23:27+5:302021-09-23T21:24:28+5:30
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौतः शासकीय अधिवक्ता (फौजदारी) गुलाब चंद्र अग्रहरि ने बताया कि आरोपी संदीप तिवारी को पुलिस सुरक्षा में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हरेंद्र नाथ की अदालत में बृहस्पतिवार को पेश किया गया।
प्रयागराजः अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की कथित आत्महत्या के मामले में तीसरे आरोपी संदीप तिवारी को बृहस्पतिवार को पुलिस सुरक्षा में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
इससे पूर्व, अदालत ने बुधवार को इस मामले में दो अन्य आरोपियों-आनंद गिरि और आद्या प्रसाद तिवारी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था। जिला शासकीय अधिवक्ता (फौजदारी) गुलाब चंद्र अग्रहरि ने बताया कि आरोपी संदीप तिवारी को पुलिस सुरक्षा में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हरेंद्र नाथ की अदालत में बृहस्पतिवार को पेश किया गया।
उन्होंने बताया कि संदीप तिवारी के वकील ने अदालत में जमानत का प्रार्थना पत्र पेश किया जिसे अदालत ने नामंजूर कर दिया। अग्रहरि ने बताया कि बृहस्पतिवार को आनंद गिरि और आद्या प्रसाद तिवारी के वकील ने अदालत से अपने मुवक्किलों को पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराए जाने की मांग करते हुए प्रार्थना पत्र दिया जिस पर अदालत ने कहा कि जेल नियमावली और अन्य विधिक प्रावधानों को देखते हुए आनंद गिरि और आद्या प्रसाद तिवारी की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
अदालत ने अपने आदेश में कहा कि अगले आदेश तक आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी और संदीप तिवारी की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए होगी। बृहस्पतिवार को अदालत में जांच अधिकारी महेश सिंह द्वारा साक्ष्य के तौर पर मृतक के दो मोबाइल फोन, मौत से पूर्व महंत नरेंद्र गिरि द्वारा बनाया गया वीडियो, नायलान की रस्सी, चाकू, सात पेज का सुसाइड नोट, पांच अन्य मोबाइल फोन और एक पेन ड्राइव प्रस्तुत किया गया।
गौरतलब हैं कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और श्रीमठ बाघंबरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि को बुधवार को दोपहर उनके मठ में पूर्ण विधि-विधान से समाधि दी गई। इस अवसर पर उनकी बहन और अन्य परिजन समेत सभी अखाड़ों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
बुधवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद महंत नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर को श्रीमठ बाघंबरी गद्दी लाया गया जहां उसे फूल मालाओं से तैयार एक विशेष वाहन में रखा गया। श्रीमठ बाघंबरी गद्दी से गाजे-बाजे के साथ यह विशेष वाहन संगम क्षेत्र पहुंचा। जहां पार्थिव शरीर पर गंगा जल छिड़का गया।
वहां से वाहन बड़े हनुमान मंदिर पहुंचा जहां मंदिर में प्रयुक्त फूल पार्थिव शरीर पर चढ़ाए गए। महंत नरेंद्र गिरि इस मंदिर के भी महंत थे। बड़े हनुमान मंदिर से विशेष वाहन वापस श्रीमठ बाघंबरी गद्दी पहुंचा जहां महंत नरेंद्र गिरि को उनकी इच्छा के मुताबिक नींबू के पेड़ के नीचे समाधि दी गई। समाधि देने की प्रक्रिया करीब एक घंटे तक चली।