श्रद्धा हत्याकांड में अहम सबूत अब भी गायब, पुलिस को नहीं मिला उसका सिर, मोबाइल फोन, हत्या का हथियार, ये हैं 10 सुराग
By अनिल शर्मा | Published: November 17, 2022 08:55 AM2022-11-17T08:55:36+5:302022-11-17T09:08:48+5:30
आफताब की मानें तो 18 मई को उसने श्रद्धा का गला घोंटकर हत्या की थी इसके बाद उसके 35 टुकड़े किए थे। हत्या के अगले दिन उसने एक नया फ्रीजर खरीदा जिसमें शरीर के टुकड़ों को रखा।
नई दिल्लीः श्रद्धा वालकर की हत्या को 6 महीने बीत चुके हैं। आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को गिरफ्तार किए 5 दिन हुए हैं। ऐसे में पुलिस हत्याकांड की सभी बिंदुओं को जोड़ने में लगी है। वह एक-एक सबूत इकट्ठा कर रही है। हालांकि कई अहम सबूत अभी भी पुलिस के हाथों से दूर हैं। श्रद्धा की खोपड़ी, उसका मोबाइल फोन और 18 मई को श्रद्धा और आफताब ने जो कपड़े पहने थे, वे अभी तक नहीं मिले हैं। कपड़े चलती कूड़ा गाड़ी में फेंके गए थे।
आफताब की मानें तो 18 मई को उसने श्रद्धा का गला घोंटकर हत्या की थी इसके बाद उसके 35 टुकड़े किए थे। हत्या के अगले दिन उसने एक नया फ्रीजर खरीदा जिसमें शरीर के टुकड़ों को रखा। पुलिस की जांच में अब तक 10 बातें निकलींः
1. पुलिस को महरौली के जंगल से 10-13 हड्डियां मिलीं हैं। आफताब ने श्रद्धा के 35 टुकड़ों को यहीं ठिकाने लगाए था। हालांकि उसका सिर अभी तक नहीं मिला है।
2. हड्डियों को फोरेंसिक लैब में भेज दिया गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे किसी जानवर की हैं या नहीं।
3. छतरपुर के फ्लैट के किचन में खून के धब्बे मिले। सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं
4. श्रद्धा के पिता के डीएनए सैंपल खून और बरामद शरीर के अंगों के मैच के लिए ले लिए गए हैं।
5. आफताब के फ्लैट का 300 रुपए का लंबित पानी का बिल साबित करता है कि उसने बड़ी मात्रा में पानी का इस्तेमाल किया। शायद खून और हत्या के किसी अन्य शारीरिक संकेतों को मिटाने के लिए इस्तेमाल किया हो।
6. जांचकर्ता इलाके के सीसीटीवी फुटेज भी इकट्ठा कर रहे हैं। हालांकि यह भी चुनौतीभरा है। क्योंकि ज्यादातर सीसीटीवी में 15 दिनों का रिकॉर्ड होता है, लेकिन इस मामले में पुलिस पिछले छह महीनों के फुटेज चाहती है।
7. श्रद्धा के सामान के साथ एक बैग मिला है लेकिन परिवार द्वारा इसकी पहचान की जानी बाकी है।
8. दिल्ली पुलिस ने आफताब के नार्को टेस्ट के लिए अर्जी दी जिससे पता चलेगा कि वह सच बोल रहा है या जांच को गुमराह कर रहा है।
9. आफताब ने चाकू के घाव के इलाज के लिए मई में एक डॉक्टर से मुलाकात की। डॉक्टर ने कहा कि आफताब बेचैन था और उसने दावा किया कि फल काटते समय उसे चोट लग गई। डॉक्टर ने बताया कि यह गहरी चोट नहीं थी।
10. श्रद्धा को मारने के बाद आफताब ने उसके बैंक अकाउंट ऐप को ऑपरेट किया और ₹54,000 ट्रांसफर किए।
जब आफताब को महाराष्ट्र पुलिस ने बुलाया, तो उसने कहा कि वह श्रद्धा के संपर्क में नहीं था। उसने यही बात दिल्ली पुलिस को भी बताई कि श्रद्धा 22 मई को अपना फ्लैट छोड़कर चली गई थी। हालांकि, पुलिस को 26 मई का एक बैंक लेनदेन मिला, जिसमें श्रद्धा के खाते से 54,000 रुपये ट्रांसफर किए गए थे। लोकेशन छतरपुर की ट्रेस की गई। 31 मई को श्रद्धा के इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक गतिविधि हुई, जिसे छतरपुर इलाके में भी ट्रेस किया गया था, हालांकि आफताब ने दावा किया कि श्रद्धा अपना फोन लेकर गई थी।
आफताब ने बाद में श्रद्धा की हत्या करने की बात कबूल की और दावा किया कि वह शादी के लिए दबाव बना रही थी। उसने कहा कि उसने 18 मई से एक हफ्ते पहले श्रद्धा को मारने का मन बना लिया था, लेकिन वह नहीं मार सका, क्योंकि झगड़े के दौरान श्रद्धा भावुक हो गई थी। 18 मई को दोनों की इस बात पर लड़ाई हुई की वसई (महाराष्ट्र) से घर का सामान कौन लाएगा जहां वे पहले रहते थे।