MP: मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर ने किया 14 छात्राओं का यौन शोषण, मचा हंगामा
By बृजेश परमार | Published: November 21, 2018 07:57 PM2018-11-21T19:57:22+5:302018-11-21T19:57:22+5:30
अपने ही गुरु समान प्रोफेसर की दरिंदगी और गंदी नीयत की शिकार हुई आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज की इन छात्राओं ने महिला थाने में लिखित शिकायत की। छात्राओं की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक के इंचार्ज प्रोफेसर डॉ. रूपम जैन के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।
महिलाओं और नाबालिग बच्चियों से यौन उत्पीड़न और अत्याचार के मामले में देश भर में नंबर एक मध्यप्रदेश में यौन उत्पीड़न की घटनाएं थमने या कम होने की नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला उज्जैन के आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज का है, जहां पढ़ने वाली दो दर्जन से अधिक पीजी छात्राओं ने कॉलेज के ही प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का सनसनीखेज आरोप लगाया है।
अपने ही गुरु समान प्रोफेसर की दरिंदगी और गंदी नीयत की शिकार हुई आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज की इन छात्राओं ने महिला थाने में लिखित शिकायत की। छात्राओं की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक के इंचार्ज प्रोफेसर डॉ. रूपम जैन के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है। पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर के मुताबिक मामले में शिकायत दर्ज कर ली गई है। प्रकरण दर्ज होते ही पुलिस ने छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोपी डॉ रूपम जैन को गिरफ्तार कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि मेडिकल कॉलेज की 14 पीजी छात्राओं ने पहले इस मामले में कॉलेज के डीन डॉ वीके महाडिक, उनकी पत्नी कल्पना महाडिक सहित एचओडी डॉ. मंजू पुरोहित को शिकायत की। साथ ही महिला आयोग को शिकायत कर चुकी थीं, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई और आरोपी प्रोफेसर की ज्यादती जारी रही तब छात्राओं ने पुलिस को शिकायत की।
अपनी शिकायत में छात्राओं ने आरोप लगाया है कि ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ. रूपम जैन उन्हें गलत तरीके से छूते हैं और जबरदस्ती उनके मोबाइल लेकर पोर्न वीडियो देखने की बात करते हैं। यही नहीं भद्दे और अश्लील कमेंट करते हैं और फिजिकल रिलेशन बनाने के लिए दबाव बनाते हैं। बात नहीं मानने पर फेल करने की धमकी देते हैं।
इससे पहले मामला सामने आने के बाद उज्जैन उत्तर से कांग्रेस से बगावत कर चुनाव मैदान में कूदी पार्षद माया त्रिवेदी ने आरडी गार्डी मेडिकल कालेज पहुंचकर पीड़ित छात्राओं से मुलाकात की और उनकी शिकायत सुनी।
इस दौरान कॉलेज प्रशासन टालने की कोशिश करता रहा लिहाजा उन्होंने कॉलेज के बाहर अपने हाथों को रस्सी में जकड़कर कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं की बेबसी को लेकर प्रदर्शन किया और कॉलेज प्रशासन पर आरोपी प्रोफेसर को बचाने का आरोप लगाया। साथ ही महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर प्रदेश सरकार पर हमला बोला।
उज्जैन एसपी सचिन अतुलकर ने बताया कि 4 छात्राओं ने कार्यालय में आकर शिकायत की थी। उन्होंने ब्लड बैंक के प्रोफेसर पर प्रताडना का आरोप लगाया है। मोबाइल पर मैसेज और अन्य तरीकों से उन्हें प्रताड़ित किया जाने का आरोप है। कुल 14 छात्राओं की शिकायत है। उनका कहना था कि पूर्व में उन्होंने कॉलेज प्रशासन को भी इससे अवगत करवाया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनके आवेदन को महिला थाने भेजकर बयान करवाए गए। मामला दर्ज किया गया है।
उज्जैन उत्तर से निर्दलीय प्रत्याशी माया राजेश त्रिवेदी ने कहा, जानकारी लगी की पैथालॉजी की 14 छात्राओं को प्रताड़ित कर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है, उनसे बात हुई। इंचार्ज महाडिक जी से चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि हमें लिखित शिकायत तो छात्राएं दें जबकि छात्राएं लिखित में शिकायत कर चुकी हैं। मैनेजमैंट का काफी खराब व्यवहार है। मैनेजमेंट मामले को दबाने में और आरोपी को बचाने में लगा है इसलिए मैंने प्रदर्शन किया।