Highlightsभारत ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप के ग्रुप चरण में पाकिस्तान के खिलाफ मैच टाई होने के बाद बोल आउट में दर्ज की थी जीतभारत ने बाद में इस वर्ल्ड कप के फाइनल में भी पाकिस्तान को 5 रन से हराकर जीता था खिताब
भारत की 2007 टी20 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा रहे रॉबिन उथप्पा ने उस टूर्नामेंट के ग्रुप चरण के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ मैच टाई होने के बाद भारत को बोल आउट (Bowl-Out) के जरिए मिली जीत से जुड़ी यादें साझा की हैं।
आज के क्रिकेट मैचों में टाई होने पर पैसला सुपर ओवर से होता है। लेकिन 2007 में पहले टी20 वर्ल्ड कप के दौरान टाई मैचों में नतीजे के लिए बोल आउट का इस्तेमाल किया गया था, जिसमें दोनों टीमों के पांच खिलाड़ियों को स्टंप को हिट करना था, जिसमें कोई बल्लेबाज नहीं था। जो टीम विकेट पर ज्यादा निशाना लगाती, वह विजेता बनती।
ग्रुप चरण में पाकिस्तान के खिलाफ पहले खेलते हुए भारत ने 20 ओवरों में 141/9 का स्कोर खड़ा किया था, भारतीय तेज गेंदबाज श्रीसंत ने पाकिस्तान के मिस्बाह उल हक को बांधकर रखा था। अजीत अगरकर और श्रीसंत की जोड़ी ने मैच की आखिरी गेंद पर मिस्बाह को रन आउट कर दिया, जिससे मैच टाई हो गया और बोल आउट हुआ।
उथप्पा ने बताया, कैसे पाकिस्तान के खिलाफ बोल आउट में धोनी की रणनीति ने की मदद
राजस्थान रॉयल्स के स्पिनर ईश सोढ़ी के साथ पॉडकास्ट के दौरान उथप्पा ने कहा कि उस रन आउट ने मैच का रुख भारत की तरफ मोड़ दिया। उथप्पा ने कहा, 'हम वर्ल्ड कप में पाकिस्तान से कभी नहीं हारे थे-लेकिन हम वह मैच हारने के बहुत करीब पहुंच गए थे। रुख आखिरी गेंद पर बदला जब वह रन आउट हुआ।'
बोल आउट में वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह और उथप्पा ने भारत के लिए स्टंप पर निशान लगाया, जिससे भारत का स्कोर 3 प्रयास में 3 हो गया। लेकिन पाकिस्तान के लिए यासिर अराफात, उमर गुल और शाहिद अफरीदी, तीनों ही स्टंप को हिट करने से चूक गए। इस तरह भारत बोल आउट को जीतते हुए मैच भी जीत गया।
उथप्पा ने बताया कि कैसे एमएस धोनी की विकेटों के पीछे से रणनीति स्टंप को हिट करने में भारतीय गेंदबाजों के लिए मददगार साबित हुई। उथप्पा ने कहा, 'बोल आउट में पाकिस्तान के प्रदर्शन को देखकर आप कह सकते हैं उन्होंने इसकी प्रैक्टिस नहीं की थी। एक चीज जो एमएस ने पाकिस्तानी विकेटकीपर (कामरान अकमल) से अलग की थी तो वह थी पाकिस्तानी कीपर वहां खड़े थे जहां विकेटकीपर आमतौर पर खड़े होते हैं-स्टंप के साथ, स्टंप्स के पीछे नहीं।'
उन्होंने कहा, 'एमएस स्टंप के ठीक पीछे थे। इसने हमारा काम आसान कर दिया क्योंकि हमे लगा कि हमें बस एमएस की तरफ गेंदबाजी करने की जरूरत है, और इससे हमें स्टंप को हिट करने का सबसे अच्छा मौका मिलेगा।'
”उथप्पा ने कहा, 'जब वास्तव में बोल आउट हुआ तो मैं सीधा एमएस के पास गया और कहा कि मुझे भी गेंद फेंकनी है और उन्होंने कहा, हां, जरूर। उस हां ने मेरा भरोसा मजबूत किया कि मैं स्टंप को हिट करूंगा।' भारत ने अंत में वह मैच जीता और फिर टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में हुई भिड़ंत में फिर पाकिस्तान को हराकर खिताब पर कब्जा जमाया।