इरफान के संन्यास पर बोले यूसुफ पठान, 'उनकी वजह से मुझे भी मिली पहचान, भाई की हर उपलब्धि पर गर्व'

Yusuf Pathan, Irfan Pathan: छोटे भाई इरफान पठान के संन्यास पर प्रतिक्रिया देते हुए यूसुफ पठान ने कहा है कि इरफान की वजह से ही उन्हें भी पहचान मिली

By अभिषेक पाण्डेय | Published: January 05, 2020 11:30 AM

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ठळक मुद्देइरफान पठान ने भारत के लिए 16 साल लंबे करियर में 301 इंटरनेशनल विकेट झटकेभारत के लिए कई मैचों में इरफान और यूसुफ पठान साथ खेले

भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने 16 साल लंबे इंटरनेशनल करियर के बाद शनिवार (4 जनवरी) को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। 

भारत के लिए 301 इंटरनेशनल विकेट लेने वाले इरफान पठान के भाई और स्टार बल्लेबाज रहे यूसुफ पठान ने कहा है कि इरफान ने तब अपना सर्वश्रेष्ठ दिया जब इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी और उन्हें अपने भाई की उपलब्धियों पर गर्व है।

इरफान की हर उपलब्धि पर गर्व है: यूसुफ

इंडियन एक्सप्रेस के लिए लिखे एक कॉलम में यूसुफ पठान ने कहा, 'लोग कहते हैं उसे (इरफान) भारत के लिए और खेलना चाहिए था। मुझे लगता है कि हमें जो भी मिला, हम इसके साथ खुश हैं। हम सभी को गर्व है। मुझे नहीं लगता है कि इरफान जो हासिल नहीं कर सके उन्हें उसका अफसोस होगा।'

उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि वह बेहतर कर सकता था लेकिन ऐसा भी पल आए जब उसका शरीर उम्मीद के अनुसार काम नहीं कर रहा था। क्रिकेट मैदान पर उनकी उपलब्धियां शानदार रही हैं, फिर चाहे वह हैट-ट्रिक हो (पाकिस्तान के खिलाफ 2006 में) या फिर उनकी अन्य उपलब्धियां।' 

'बचपन से अकरम के फैन थे इरफान पठान'

यूसुफ ने कहा कि इरफान बचपन से ही वसीम अकरम के बड़े फैन थे और हमेशा से एक तेज गेंदबाज बनना चाहते थे। यूसुफ ने कहा, 'इरफान हमेशा एक तेज गेंदबाज बनना चाहते थे। वह वसीम अकरम के बड़े फैन थे और उनके जैसा ऐक्शन चाहते थे। हमारे घर में अकरम के पोस्टर हुआ करते थे। इरफान को स्विंग की कला नैसर्गिक तौर पर मिली।'

इरफान की वजह से मुझे भी मिली पहचान: यूसुफ

यूसुफ ने कहा कि उन्हें खुद भी इरफान की वजह से पहचान मिली। उन्होंने कहा, 'उनकी (इरफान) वजह से ही मैं भी चर्चित बना और अपना नाम बना सका। जब मैं घरेलू क्रिकेट खेलता था, तो लोग जानते थे कि मैं इरफान का भाई हूं।'

यूसुफ ने कहा, यहां तक कि मेरे मोहल्ले में भी लोग मुझे इरफान के भाई के रूप में ही जानते थे। मुझे हमेशा उनके भाई के तौर पर पहचाने जाने पर गर्व है। एक तरह से हमने बड़ौदा को क्रिकेट के मैप पर दोबारा जगह दिलाई। अब लोग बड़ौदा को इरफान पठान से जोड़कर देखते हैं।

2003 में अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले इरफान पठान ने भारत के लिए 29 टेस्ट, 120 वनडे और 24 टी20 इंटरनेशनल मैचों में क्रमश: 100, 173 और 28 विकेटों समेत कुल 301 इंटरनेशनल विकेट झटके।

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