नई दिल्ली: चेतन शर्मा का जिक्र आते ही सबसे पहले ऑस्ट्रल-एशिया कप (1986) के फाइनल में जावेद मियांदाद का उनकी गेंद पर लगाया वियजी छक्का याद आता है। इस छक्के ने बहुत हद तक चेतन शर्मा के करियर को प्रभावित किया। बहरहाल, आज हम आपको बताने जा रहे चेतन शर्मा के उस कमाल के बारे में जिसने इतिहास रच दिया और वह वर्ल्ड कप में हैट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज बने।
चेतन ने 1987 के वर्ल्ड कप में किया कमाल
यह वर्ल्ड कप-1987 का आखिरी राउंड रॉबिन मैच था। भारत का मुकाबला न्यूजीलैंड (31 अक्टूबर) से था। वैसे तो भारतीय टीम पहले ही पांच मैचों में से चार में जीत हासिल कर सेमीफाइनल में जगह पक्की कर चुकी थी लेकिन उसके सामने एक और बड़ी चुनौती थी। दरअसल, तब की परिस्थिति के अनुसार भारत अगर न्यूजीलैंड से हार जाता तो उसे सेमीफाइल में पाकिस्तान से लाहौर में खेलना पड़ता।
पाकिस्तान को उसी के घर में हराना बड़ी चुनौती थी और इसलिए भारत को सेमीफाइनल में पाकिस्तान से भिड़ने से बचने के लिए न्यूजीलैंड पर बड़ी जीत हासिल करनी थी ताकि वह अपने ग्रुप में शीर्ष पर पहुंच जाए।
न्यूजीलैंड ने टॉस जीता और पहले बैटिंग करते हुए 41 ओवर में पांच विकेट गंवाकर 182 रन बनाकर मजबूत स्थिति में था। ऐसा लग रहा था कि किवी टीम आसानी से 250 के स्कोर के पास पहुंच जाएगी।
बहरहाल, पांच विकेट गिरने के बाद चेतन शर्मा अपना छठा ओवर डालने आये और सामने थे केन रदरफोर्ड जो उस समय 54 गेंदों पर 26 रन बनाकर खेल रहे थे। चेतन ने ओवर की चौथी गेंद पर रदरफोर्ड को बोल्ड किया। इसके बाद इयान स्मिथ बैटिंग के लिए आए और चेतन ने उन्हें भी बोल्ड कर न्यूजीलैंड के खेमे में सनसनी मचा दी। नागपुर के मैदान में चारों ओर दर्शक का जोश सातवें आसमान पर था।
लगातार दो विकेटों के बाद इविन चैटफील्ड बल्लेबाजी के लिए आए। वर्ल्ड कप में अब से पहले किसी ने हैट्रिक विकेट नहीं ली थी और न ही किसी भारतीय गेंदबाज ने वनडे में ऐसा कोई कारनामा किया था।
कप्तान कपिल देव से थोड़ी चर्चा के बाद चेतन एक बार फिर गेंदबाजी के लिए तैयार हुए। चेतन ने इस बार गेंद डाली और इस बार गेंद इविन का लेग स्टंप उड़ा ले गई। यहां देखिए, चेतन शर्मा ने कैसे ली थी हैट्रिक विकेट...
लगातार तीन विकेटों के बाद न्यूजीलैंज के स्कोर पर लगाम लग गया और टीम 50 ओवरों में 221 रन ही बना सकी।
गावस्कर के शतक से जीता भारत
भारत के लिए न्यूजीलैंड की ओर से मिला लक्ष्य बेहद आसान साबित हुआ। भारतीय टीम ने केवल 32.1 ओवर में एक विकेट गंवाकर 224 रन बनाते हुए मैच अपने नाम कर लिया। इस मैच में सुनील गावस्कर ने 88 गेंदों पर नाबाद 103 रनों की नाबाद तेजतर्रार पारी खेली। गावस्कर ने इस दौरान तीन छक्के और 10 चौके लगाए। वहीं, तेज बैटिंग के लिए मशहूर रहे कृष श्रीकांत ने भी 58 गेंदों पर 75 रन बनाए।
गावस्कर और श्रीकांत ने भारत को शानदार शुरुआत दी और दोनों ने पहले विकेट के लिए 136 रन जोड़े। मोहम्मद अजहरुद्दीन इस मैच में 41 नाबाद रन बनाकर लौटे।