टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने डिप्रेशन पर बात करते हुए बताया कि एक वक्त ऐसा भी आ गया था, जब वह आत्महत्या के लिए घर से निकल पड़े थे।
टीम में जगह ना मिल पाने की वजह से प्रवीण कुमार काफी अवसाद में जा चुके थे। उन्होंने कहा, "मैं अच्छी गेंदबाजी कर रहा था। इंग्लैंड में सबने मेरी तारीफ की। मैं टेस्ट करियर के बारे में सोचने लगा था। अचानक सब कुछ गया।"
प्रवीण को इसके बाद इतना चिढ़चिढ़ापन महसूस होने लगा, कि वह सुसाइड के इरादे से रिवॉल्वर लेकर हरिद्वार जा रहे हाईवे पर निकल पड़े, लेकिन इसी बीच कुछ ऐसा हुआ, जिसने उनके इरादे को बदल दिया।
दरअसल प्रवीण कुमार की कार में उनके बच्चों की तस्वीर थी, जब उन्होंने इसे देखा, तो उन्हें लगा कि उनके फूल जैसे बच्चे हैं। उनके ऐसा कदम उठाने से बच्चों की जिंदगी नरक बन सकती है। इसके बाद प्रवीण ने अपना इरादा बदल दिया।
अंतर्राष्ट्रीय करियर पर एक नजर: नवंबर 2007 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले प्रवीण कुमार ने 6 टेस्ट मैचों में 27 शिकार किए हैं। वहीं 68 वनडे मैचों में 5.13 की इकॉनमी के साथ 77 विकेट झटके हैं। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/31 रहा। वहीं बात टी20 अंतर्राष्ट्रीय की करें, तो ये गेंदबाज 10 मुकाबलों में 8 शिकार कर चुका है।