टीम इंडिया की 2001 में कोलकाता टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत को क्रिकेट इतिहास की सबसे चर्चित वापसी के तौर पर याद किया जाता है। कोलकाता के ईडन गार्डंस पर खेले गए इस टेस्ट में सौरव गांगुली की कप्तानी वाली टीम इंडिया की ऐतिहासिल जीत की इबारत आज ही के दिन यानी कि 14 मार्च 2001 को लिखी गई थी।
इसका श्रेय जाता है दो स्टार बल्लेबाजों वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ को, जिन्होंने इसी दिन 2001 में कोलकाता टेस्ट के चौथे दिन पूरे दिन बैटिंग की थी। लक्ष्मण और द्रविड़ ने मैच के चौथे दिन भारत को एक भी झटका नहीं लगने दिया और पूरे दिन की बैटिंग में 345 रन की अविजित साझेदारी करते हुए भारत की जीत की नींव रख दी। लक्ष्मण-द्रविड़ ने पांचवें विकेट के लिए 376 रन जोड़ते हुए टेस्ट इतिहास की तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी की थी। आइए जानें इन दोनों की उस महान पारी और उस टेस्ट के बारे में।
लक्ष्मण-द्रविड़ ने की थी पांचवें विकेट के लिए 376 रन की यादगार साझेदारी
स्टीव वॉ के शतक की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने हरभजन सिंह की हैट-ट्रिक के बावजूद पहली पारी में 445 रन का स्कोर खड़ा कर लिया। इसके जवाब में भारतीय टीम पहली पारी में 171 रन पर सिमट गई और फॉलोऑन खेलते हुए मैच के तीसरे दिन उसके 4 विकेट महज 232 पर गिर गए और पारी से हार का खतरा मंडराने लगा। लेकिन इसके बाद लक्ष्मण और द्रविड़ ने जो किया उसे हमेशा याद रखा जाएगा। इन दोनों ने तीसरे दिन भारत को और कोई झटका नहीं लगने दिया और भारत स्कोर 254/4 रहा। (पढ़ें: बेंगलुरु स्थित फर्म ने द्रविड़, साइना समेत हजारों निवेशकों को लगाया करोड़ों का चूना!)
चौथे दिन यानी कि 14 मार्च 2001 को इन दोनों ने जो कमाल किया वैसा क्रिकेट इतिहास में विरले ही देखने को मिलता है। लक्ष्मण और द्रविड़ ने मैच के चौथे दिन पूरे दिन बैटिंग की और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज विकेट के लिए तरसते रह गए। चौथे दिन इन दोनों ने पांचवें विकेट की अविजित साझेदारी में 345 रन जोड़ दिए और भारत का स्कोर 254/4 से 589/4 हो गया। चौथे दिन का खेल खत्म होने तक लक्ष्मण 275* और द्रविड़ 155* पर नाबाद थे। (पढ़ें: मोहम्मद कैफ ने चुनी अपनी ड्रीम वनडे इलेवन, इस महान खिलाड़ी को नहीं दी जगह)
मैच के आखिरी दिन लक्ष्मण 281 और द्रविड़ की 180 रन के बदौलत भारत ने अपनी दूसरी पारी 7 विकेट पर 657 के स्कोर पर घोषित की। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 384 रन का लक्ष्य दिया लेकिन उसकी पूरी टीम 212 रन पर सिमट गई और भारत ने ये मैच 171 रन से जीतते हुए टेस्ट क्रिकेट के सबसे बड़े उलटफेर में से एक कर दिखाया। इस जीत के साथ ही भारत ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के लगातार 16 टेस्ट जीत के सिलसिले पर भी ब्रेक लगा दिया था।