सहवाग ने खारिज किया कोहली की 'नजर कमजोर' होने का दावा, बताई खराब फॉर्म की असली वजह

Virender Sehwag: न्यूजीलैंड दौरे पर 11 पारियों में 218 रन बना पाने वाले भारतीय कप्तान विराट कोहली की खराब फॉर्म को लेकर सहवाग ने कहा कि बस भाग्य ने नहीं दिया उनका साथ

By अभिषेक पाण्डेय | Published: March 05, 2020 1:08 PM

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ठळक मुद्देआपका हैंड-आई कोऑर्डनेशन लंबे समय में खराब होता है, रातोंरात नहीं: सहवागकपिल ने कहा था, 'ऐसा लगता है कि उम्र के साथ कोहली के रेफ्लेक्सेज थोड़ धीमे हुए हैं'

पूर्व भारतीय ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने कहा है कि न्यूजीलैंड के हालिया दौरे पर विराट कोहली के बल्ले से संघर्ष की वजह उनकी खराब फॉर्म है और उनके साथ हैंड-आई कोऑर्डनेशन जैसी कोई समस्या नहीं है। 

सहवाग ने स्पोर्टस्टार को दिए इंटरव्यू में कहा, 'जब आप आउट ऑफ फॉर्म होते हैं, तो आपके लिए कुछ भी काम नहीं करता है। ऐसा नहीं है कि विराट कोशिश नहीं कर रहे हैं, लेकिन भाग्य ने उन्हें निराश किया है।'

सहवाग ने कहा, 'विराट के साथ नहीं है हैंड-आई कोऑर्डनेशन को लेकर समस्या'

सहवाग ने कहा, 'निश्चित तौर पर विराट कोहली के साथ हैंड-आई कोऑर्डनेशन (हाथ-आंख का समन्वय) की समस्या नहीं है। आपका हैंड-आई कोऑर्डनेशनलंबे समय में खराब होता है, रातोंरात नहीं है। मुझे पक्का पता है कि ये खराब फॉर्म की वजह से है। साथ ही वह अच्छी गेंदों पर आउट हुए हैं।'

केन विलियम्सन की टीम के खिलाफ विराट कोहली दो टेस्ट मैचों की चार पारियों में 9.50 के औसत से 38 रन ही बना सके, जो हालिया दिनों में उनका सबसे खराब प्रदर्शन है। वह इस दौरे पर 11 पारियों में 218 रन (चार टी20, तीन वनडे और चार टेस्ट) ही बना सके और इस दौरे का समापन आखिरी पारी में 14 रन बनाकर किया।

कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम इस दौरे पर टी20 सीरीज 5-0 से जीतने के बाद वनडे सीरीज 0-3 और टेस्ट सीरीज 0-2 से गंवा बैठी।

सहवाग ने कहा, 'यहां (न्यूजीलैंड में) गेंद बहुत ज्यादा सीम होती है और अगर आप रन नहीं बना रहे हैं तो चुनौतियां बढ़ जाती हैं। निश्चित तौर पर आप फ्रंट फुट पर खेलकर और गेंद को छोड़कर परिस्थितियों से सामंजस्य बिठा सकते हैं। 

सहवाग ने कहा, 'मेरे लिए, ये जानना महत्वपूर्ण है कि किस गेंद को छोड़ना है और आप ऐसा तब कर सकते हैं जब आप आत्मविश्वास से भरे हों। दबाव ने भी विराट पर असर डाला होगा।'

कोहली की खराब फॉर्म पर कपिल ने कहा था, '30 के बाद नजर होती है कमजोर'

इससे पहले पूर्व कप्तान कपिल देव ने कहा कि कोहली को ज्यादा प्रैक्टिस करने की जरूरत है क्योंकि शायद उनका हैंड-आई कोऑर्डनेशन धीमा हो रहा है।

कपिल ने एबीपी न्यूज से कहा, 'जब आप एक निश्चित उम्र पर पहुंचते हैं, जब आप 30 की उम्र पार करते हैं तो आपकी आंखों की रोशनी प्रभावित होती है। स्विंग, जो कहली की ताकत हुआ करती थी, वह गेंद को चार रन के लिए फ्लिक कर दिया करते थे, लेकिन अब वह इस पर दो बार आउट हो चुके हैं। मुझे लगता है कि उन्हें अपनी आंखों की रोशनी से थोड़ा सामंजस्य बिठाने की जरूरत है।'

कपिल ने कहा, 'जब बड़े खिलाड़ी अंदर आती गेंदों पर बोल्ड होना और एलबीडब्ल्यू होना शुरू कर देते हैं तो आपको उन्हें ज्यादा प्रैक्टिस करने के लिए कहना होता है। ये दिखाता है कि आपकी आंखें और आपकी रेफ्लेक्सेज थोड़ी धीमे हो गए हैं और आपकी ताकत आपकी कमजोरी बन गई।'

कपिल ने कहा, '18-24 साल तक आपकी आंखों की रोशनी सर्वश्रेष्ठ स्तर पर होती है लेकिन उसके बाद, ये इस पर निर्भर करता है कि आप इस पर कैसे काम करते हैं।'  

 

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