नई दिल्ली: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे में इतिहास रचते हुए सबसे तेज 10000 वनडे रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गये हैं। कोहली ने विशाखापट्टनम वनडे में 81 रनों पर पहुंचते ही सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ा और यह नायाब कीर्तिमान अपने नाम कर लिया। कोहली ने अपने 213वें मैच की 205वीं पारी में यह कारनामा किया।
कोहली से पहले सचिन ने 10000 वनडे रन साल 2001 में पूरे किये थे और तब उन्होंने 266वें मैच की 259वीं पारी में ये रिकॉर्ड बनाया था। सचिन ने वह कारनामा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंदौर में खेले गये वनडे में किया था।
कोहली केवल मैच और पारियां से ही नहीं बल्कि मैच, गेंद और डेब्यू के लिहाज से भी सबसे तेज 10000 रन बनाने वाले बल्लेबाज बने हैं। कोहली ने 10813 गेंदों में यह कारनामा किया है। यही नहीं, डेब्यू के लिहाज से भी कोहली ने केवल 10 साल 67 दिनों में 10000 वनडे रनों का आंकड़ा छू लिया है।
सबसे तेज 10000 वनडे रनों का रिकॉर्ड
विराट कोहली (213 मैच, 205वीं पारी)
सचिन तेंदुलकर (266 मैच, 259 पारी)
सौरव गांगुली (272 मैच, 263 पारी)
रिकी पॉन्टिंग (272 मैच, 266 पारी)
जैक्स कैलिस (286 मैच, 272 पारी)
इसी के साथ कोहली वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज भी बन गये हैं। कोहली ने इस पारी में 48 रनों पर पहुंचने के साथ ही सचिन का वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे करियर में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड तोड़ा। कोहली से पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे अधिक रनों का रिकॉर्ड सचिन के ही नाम था। सचिन ने अपने करियर में वेस्टइंडीज के खिलाफ 1573 रन बनाए।
वेस्टइंडीज के खिलाफ कोहली से पहले सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज
सचिन तेंदुलकर- 1573 रन
राहुल द्रविड़- 1348 रन
सौरव गांगुली- 1142 रन
यही नहीं, कोहली भारतीय जमीन पर 4000 वनडे रन बनाने वाले तीसरे बल्लेबाज भी बन गये हैं। दूसरे वनडे से पहले कोहली को भारतीय जमीन पर 4000 रनों के लिए केवल 30 रनों की जरूरत थी जिसे उन्होंने आसानी से हासिल किया। कोहली से पहले केवल सचिन और महेंद्र सिंह धोनी ये कारनामा कर चुके हैं। सचिन के नाम भारतीय जमीन पर अब भी सबसे अधिक 6976 रन हैं। सचिन ने ये रन 48.11 की औसत से बनाया था।
बहरहाल, कोहली के भारत में 4000 रन बनाने की सबसे दिलचस्प बात ये है कि वे ऐसा करने वाले सबसे तेज खिलाड़ी बन गये हैं। कोहली ने भारत में केवल 78 पारियों में 4000 वनडे रन पूरे कर लिये जबकि सचिन तेंदुलकर को इसके लिए 92 पारियां खेलनी पड़ी थी। वहीं, एमएस धोनी ने 99 पारियों में भारत में 4000 रन बनाने का कारनामा किया था।