मैदान पर अपनी आक्रामकता के लिए चर्चित टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के बारे में इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइक ब्रेयरली ने कहा है कि इस बार के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय कप्तान का ये रवैया उल्टा पड़ा सकता है।
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली 2014 में ऑस्ट्रेलिया के अपने पिछले दौरे पर अपनी आक्रामकता की वजह से खूब सुर्खियों में रहे थे। हालांकि इस बार विराट कोहली ने कहा है कि वह इस दौरे को स्लेजिंग से मुक्त चाहते हैं लेकिन साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि अगर ऑस्ट्रेलिया ने अपनी सीमा लांघी तो उनकी टीम अपने आत्मसम्मान की रक्षा के लिए चुप नहीं बैठेगी।
लेकिन इंग्लैंड के महान कप्तान रहे माइक ब्रेयरली ने कहा है कि अगर विराट कोहली को ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाला पहला कप्तान बनना है तो उन्हें मैदान पर अपनी भावनाओं पर काबू रखना होगा और खिलाड़ियों के खिलाफ ज्यादा सख्त बनने से बचना होगा।
हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में ब्रेयरली ने कहा, 'मैदान पर उनका (कोहली) रवैया शानदार है लेकिन बाकी चीजों की ही तरह, अगर ये सीमा के परे गया, तो मुश्किल हो सकती है। अगर वह लोगों से बहुत ज्यादा उम्मीद करते हैं और अगर वे उन पर अपनी निराशा बहुत ज्यादा दिखाते हैं, तो खिलाड़ी इससे बिखर सकते हैं और वे टीम के उतने अच्छे सदस्य नहीं रह पाएंगे। इससे वे ज्यादा चिंतित, ज्यादा आक्रामक और ज्यादा उत्साही हो सकते हैं।'
विराट कोहली 2014 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर बहुत कामयाब रहे थे और उन्होंने चार टेस्ट शतक ठोक दिए थे। इस बार वह दुनिया के नंबर एक टेस्ट और वनडे बल्लेबाज की हैसियत से ऑस्ट्रेलिया जा रहे हैं तो उनसे कहीं बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम 21 नवंबर से 18 जनवरी तक होने वाले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 3 टी20, 4 टेस्ट और 3 वनडे मैचों की सीरीज खेलेगी। भारत अब तक कभी भी ऑस्ट्रेलिया की धरती पर टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाया है।