ट्रोल्स को तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट का करारा जवाब, 'वे भूल जाते हैं हम भी इंसान हैं, गाली देने वाले मायने नहीं रखते'

Jaydev Unadkat: तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने अपने आलोचकों को करार जवाब देते हुए कहा है कि वे ये भी भूल जाते हैं कि हम भी इंसान हैं

By अभिषेक पाण्डेय | Published: January 31, 2020 12:28 PM2020-01-31T12:28:44+5:302020-01-31T12:36:20+5:30

Trolls don’t realise we are humans too: Jaydev Unadkat hits back haters | ट्रोल्स को तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट का करारा जवाब, 'वे भूल जाते हैं हम भी इंसान हैं, गाली देने वाले मायने नहीं रखते'

जयदेव उनादकट ने दिया अपने आलोचकों को करारा जवाब

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Highlightsजयदेव उनादकट ने कहा हैं कि कुछ लोग मजे के लिए ट्रोलिंग करते हैं उनादकट ने कहा कि वह सोशल मीडिया के कमेंट्स पर ध्यान नहीं देते हैं

जयदेव उनादकट की क्रिकेट यात्रा बेहद उतार-चढ़ाव भरी रही है। आईपीएल में वह जहां काफी ऊंची कीमत में बिकते रहे हैं तो वहीं उनका इंटरनेशनल करियर बहुत सफल नहीं रहा है।  

आईपीएल 2018 में राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 11.5 करोड़ में खरीदा था, लेकिन पिछले साल के खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें इस सीजन के लिए रिलीज करते हुए करीब 8.5 करोड़ कम कीमत यानी 3 करोड़ में खरीदा। 

अब उनादकट ने बुधवार को रणजी ट्रॉफी में बड़ौदा के खिलाफ खले गए मैच में 12 विकेट लेते हुए सौराष्ट्र की 4 विकेट से जीत में अहम भूमिका निभाई। 

जयदेव उनादकट ने तोड़ी सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग पर चुप्पी

इस स्टार खिलाड़ी को अक्सर लोगों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है और सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का शिकार होना पड़ता है। लोग उनादकट के गेंदबाजी में खराब प्रदर्शन को लेकर उन्हें निशाना बनाते हैं।

उनादकट ने अब सोशल मीडिया ट्रोलिंग पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कई बार लोग ये भूल जाते हैं हम भी इंसान हैं, हालांकि उन्होंने कहा कि वह सोशल मीडिया पर लोगों की बयानबाजी से ज्यादा प्रभावित नहीं होते हैं।

ट्रोल भूल जाते हैं हम भी इंसान हैं: जयदेव उनादकट

ESPNCricinfo को दिए इंटरव्यू में उनादकट ने कहा, 'कई बार मुझे लगता है, लोग इतना ज्यादा कठोक बन जाते हैं कि उन्हें ये भी अहसास नहीं होता है कि हम भी इंसान हैं। लेकिन जैसा कि मैंने कहा कि आप ये देखने के लिए हर व्यक्ति के पीछे नहीं जा सकते कि उसकी मानसिकता क्या है। वे (ट्रोल) इसे मजे के लिए करते हैं या फिर केवल अटेंशन पाने के लिए। लोगों ने मुझसे कहा है कि इस बारे में परेशान नहीं होऊं और सोशल मीडिया ऐसी जगह जिसके बारे में मुझे ध्यान नहीं देना चाहिए।'

उनादकट ने कहा, 'मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ कि कोई मेरे सामने आकर मेरे मुंह पर कुछ कहे। मुझे लगता है कि वे लोग केवल सोशल मीडिया पर आपका जिक्र करते हैं। सामने से वह कुछ नहीं बोलेंगे। ये खुद ही दिखाता है कि ये चीजे वास्तव में मायने नहीं रखती हैं, जितना कि आपको उस समय लगता है।' 

उनादकट ने कहा कि सकारात्मक आलोचना खिलाड़ियों को अपना प्रदर्शन सुधारने में मदद करती है, लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो खिलाड़ियों को गाली देते हैं। उन्होंने कहा कि अब उन्हें ट्रोलिंग की आदत पड़ गई है और ये चीजें उन्हें परेशान नहीं करती हैं।

इस तेज गेंदबाज ने कहा, 'हम ये खूबसूरत खेल फैंस के लिए खेलते हैं, लोगों को इसे फॉलो करने और प्यार करने के लिए खेलते हैं। लेकिन हमारे देश में ऐसा होता है कि कुछ लोग इससे नफरत करते हैं जलन रखते हैं। आलोचक कई बार आपकी मदद कर सकते हैं, आपको वे चीजें बता सकते हैं जो आप अपने खेल में नहीं देखते। लेकिन ऐसे लोग जो हर समय गाली देते रहते हैं, मायने नहीं रखते हैं। शुरआत में ये मुश्किल था, क्योंकि मुझे इसकी आदत नहीं थी। लेकिन अब मैं इनसे निपटना सीख गया हूं। अगर आप भारत में क्रिकेट खेल रहे हैं तो अपनी चमड़ी मोटी करनी पड़ेगी।'

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