इस युवा क्रिकेट के आदर्श विराट कोहली हैं और उनकी ही तरह एक दिन भारत के मैच विजेता खिलाड़ी बनना चाहते हैं। अरुणाचल प्रदेश के लिए अब तक छह रणजी ट्रॉफी मैच खेल चुके 25 वर्षीय तेची दोरिया, को उनके लंबे बालों की वजह से उनकी तुलना जमैका के महान सिंगर बॉब मार्ली से होती है। अरुणाचल प्रदेश स्थित उनके गांव न्योपांग में बॉब मार्ली के बारे में पूछिए और लोग आपको टेकी दोरिया का नाम बता देंगे।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 'दोरिया ने इसकी वजह बताते हुए कहा, कुछ साल पहले एक घटना हुई थी और मैं क्रीज की तरफ जा रहा था। अचानक ही बॉब मार्ली, बॉब मार्ली की आवाजें आने लगीं। मैं हैरान था। तब मैं नहीं जानता था कि बॉब मार्ली कौन था। मैं उनके बारे में जानने का उत्सुक था।'
स्कूल में भी दोरिया को बॉब मार्ली नाम से बुलाया जाता था लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज करते हुए टोपी लगाना शुरू कर दिया था। लेकिन क्रिकेट मैदान में जब उन्हें इस नाम से बुलाया गया तो उन्होंने बॉल मार्ली के बारे में पढ़ने का निर्णय किया। इसके बाद उन्हें पता चला कि ये आवाजें तारीफ थीं।
इसी साल 1 नवंबर को अरुणाचल प्रदेश के लिए अपना प्रथम श्रेणी डेब्यू करने वाले बॉब मार्ली ने अब तक 6 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं और 230 रन बनाने के अलावा अब तक 13 विकेट भी झटक चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने अब तक 7 लिस्ट-ए मैचों में 122 रन बनाने के अलावा 2 विकेट भी लिए हैं। इस युवा खिलाड़ी ने अपनी ऑलराउंड क्षमता के कारण ही सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है। वह अब तक रणजी के अलावा विजय हजारे ट्रॉफी में भी खेल चुके हैं।
उन्होंने इस साल सितंबर में विजय हजारे ट्रॉफी में अरुणाचल प्रदेश के लिए 149 गेंदों में 122 रन की जोरदार पारी खेलते हुए सिक्किम के खिलाफ 49 रन से जीत दिलाई थी।
दोरिया भारतीय कप्तान विराट कोहली के बड़े फैन हैं और उनके जैसा बनना चाहते हैं। दोरिया ने कहा, 'मैं कोहली जैसा खिलाड़ी बनना चाहता हूं। कोहली मेरे आदर्श हैं और वह जिस तरह दबाव झेलते हैं, मैं भी वैसा ही करना चाहता हूं। मैं अपनी टीम का गेमचेंजर बनना चाहता हूं।'
8 साल की उम्र में क्रिकेट खेलने की शुरुआत करने वाले दोरिया ने हाल ही में रणजी ट्रॉफी में तेज गेंदबाज पंकज सिंह का सामना करने के बारे में एक मजेदार वाकया साझा किया। दोरिया ने कहा, 'जब मैं बैटिंग करता हूं, तो इस बात पर ध्यान नहीं देता कि गेंदबाज कौन है। पंकज सिंह गेंदबाजी कर रहे थे और मैं कई बार उनकी गेंद पर बीट हुआ। मैंने कई बार उन्हें हिट करने की कोशिश की लेकिन असफल रहा। वह बेहतरीन गेंदबाज हैं। देश के लिए खेलने में बहुत मेहनत लगती है। आशा है कि मैं भी कभी ऐसा कर सकूं।'
उन्होंने कहा, 'मैच के बाद साथी खिलाड़ियों ने बताया कि वह पंकज सिंह हैं, जिन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व किया है। मैंने मैच के बाद उनसे बात की और सीनियर पेसर के साथ फोटो खिंचवाई।'
तेची दोरिया अरुणाचल प्रदेश की सबसे बड़ी जनजाति न्यीशी (Nyishy) से आते हैं। उनके पिता तेची सोनिया एक किसान हैं और उनकी माता तेची यानिया ग्रामीण कार्य विभाग में काम करती हैं।
तेची दोरिया ईटानगर और नहरालगन में दो ऐकैडमी चलाते हैं और घर पर रहने पर 50 के करीब बच्चों को क्रिकेट की ट्रेनिंग देते हैं। तेची दोरिया का सपना अरुणाल प्रदेश के हर कोने तक क्रिकेट को पहुंचाना है।