अनिल कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाफ पारी में 10 विकेट झटकने को किया याद, बताया कैसे श्रीनाथ ने की थी आखिरी विकेट लेने में मदद

Anil Kumble: दिग्गज भारतीय स्पिनर अनिल कुंबले ने 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली टेस्ट की एक पारी में 10 विकेट लेने को याद करते हुए बताया कि कैसे श्रीनाथ ने आखिरी विकेट लेने में की थी मदद

By अभिषेक पाण्डेय | Published: July 25, 2020 2:09 PM

Open in App
ठळक मुद्देअनिल कुंबले ने 7 फरवरी 1999 को फिरोजशाह कोटला मैदान में पाकिस्तान के खिलाफ झटके थे पारी में 10 विकेटकुंबले के 9 विकेट झटकने के बाद एक ओवर श्रीनाथ ने फेंका था और गेंदें वाइड फेंकी थीं

महान स्पिनर अनिल कुंबले ने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ 1999 में फिरोशाह कोटला मैदान पर लिए गए एक टेस्ट पारी के सभी 10 विकेट लेने को याद किया। कुंबले की घातक गेंदबाजी की मदद से भारत ने पाकिस्तान को 207 रन पर समेटते हुए दिल्ली टेस्ट मैच 212 रन से जीता था। 

कुंबले इंग्लैंड के जिम लेकर के बाद क्रिकेट इतिहास में एक टस्ट पारी में सभी 10 विकेट लेने वाले केवल दूसरे गेंदबाज बने थे। कुंबले जब 9 विकेट ले चुके थे तो आखिरी विकेट से पहले एक ओवर श्रीनाथ ने फेंका और उन्होंने सभी गेंदें वाइड फेंकी, ताकि अगले ओवर में कुंबले अपना 10वां विकेट ले सकें। 

कुंबले ने बताया, कैसे श्रीनाथ ने की थी दसवां विकेट लेने में मदद 

पाकिस्तान के शीर्ष क्रम और मिडिल ऑर्डर को आउट करने के बाद कुंबले ने आखिरी सेशन में निचले क्रम को निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि कैसे उनके पूर्व साथी खिलाड़ी जवागल श्रीनाथ ने सुनिश्चित किया कि कुंबले केवल 9 विकेट पर ही न अटक जाएं और उन्होंने गेंदों को बाहर फेंकना शुरू किया।

आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, कुंबले ने जिम्बाब्वे के पूर्व क्रिकेटर म्बांगवा से इंस्टाग्राम पर एक लाइव चैट के दौरान कहा, 'लंच तक पाकिस्तान ने अच्छी शुरुआत की थी। मुझे पता था कि ये बस एक विकेट की बात है। लंच के बाद मैंने छोर बदले। मुझे एक विकेट मिला, फिर दूसरा, और उसके बाद विकेट मिलते चले गए।'

उन्होंने कहा, 'मैंने लंच से टी तक बिना रुके गेंदबाजी की, लेकिन मैं थक रहा था। मैं जानता था कि मेरे पास अपना पिछला रिकॉर्ड सुधारने का मौका है, क्योंकि मैं 6 में से 6 विकेट ले चुका था।' कुंबले ने कहा, 'टी के बाद मैंने सातवां, आठवां और नौवां विकेट लिया। और मैंने अपना ओवर खत्म किया और एक ओवर जवागल श्रीनाथ को फेंकना था, वह शायद उनके द्वारा फेंका जाने वाला सबसे मुश्किल ओवर था।'

कुंबले ने कहा, 'उन्हें अपने सभी कौशल को भूलकर वाइड फेंकनी थी। यकीन मानिए, लेकिन मैंने उनसे कुछ नहीं कहा। मैंने सोचा, चलो वसीम (अकरम) को एक सिंगल दे देते हैं।' कुंबले ने कहा, 'लेकिन मुझे लगा कि मुझे एक ओवर करना होगा, क्योंकि एक और ओवर मांगना शर्मिंदगी भरा होता। सीरीज में 1-0 से पीछे होने के बाद पाकिस्तान के खिलाफ ये बहुत खास था।'

कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाफ पारी में 10 विकेट झटकने को किया याद

कुंबले ने कहा, 'मेरे लिए ये जैसा कल हुआ हो। ये बहुत खास था। ये ऐसी सीरीज थी, जिसमें भारत और पाकिस्तान की टीमें लंबे समय बाद भारत में खेल रही थीं।'

उन्होंने कहा, 'ये दो टेस्ट मैचों की सीरीज थी...चेन्नई में पहला टेस्ट हम 12 रन से हार गए थे। इसलिए कोटला में जाने से पहले हम जानते थे कि हमें ये मैच जीतना है।'

कुंबले ने साथ ही मैच के चौथे दिन की परिस्थितियों का भी जिक्र किया जब उन्होंने खचाखच भरे स्टेडियम के सामने 10 विकेट लेने का कमाल किया था। 

उन्होंने कहा, 'मैं जानता था कि मैं तब ज्यादा प्रभावी होता हूं जब वह विकेट दोमुंहा होता है या उसमें असीमित उछाल होता है। अगर ज्यादा स्पिन भी नहीं होता है, तो ये मायने नहीं रखता है और क्योंकि अगर असीमित उछाल है तो मैं उसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर सकता हूं।'

टॅग्स :अनिल कुंबलेभारत vs पाकिस्तान

संबंधित बातम्या

क्रिकेट अधिक बातम्या