शानदार प्रदर्शन के बावजूद टीम इंडिया में नहीं चुने जाने से निराश हैं शुभमन गिल, अब करेंगे ये काम

भारत ए की तरफ से शानदार प्रदर्शन करने के कारण शुभमन गिल को सीनियर टीम में चुने जाने की उम्मीद थी, लेकिन वेस्टइंडीज दौरे के लिए उनका चयन नहीं हुआ।

By भाषा | Published: July 24, 2019 03:48 PM2019-07-24T15:48:13+5:302019-07-24T15:48:13+5:30

Shubman Gill says he will impress selectors by scoring more runs | शानदार प्रदर्शन के बावजूद टीम इंडिया में नहीं चुने जाने से निराश हैं शुभमन गिल, अब करेंगे ये काम

शानदार प्रदर्शन के बावजूद टीम इंडिया में नहीं चुने जाने से निराश हैं शुभमन गिल, अब करेंगे ये काम

googleNewsNext
Highlights3 अर्धशतकों की मदद से 218 रन बनाने और मैन ऑफ द सीरीज चुने जाने के बावजूद शुभमन की अनदेखी की गई।शुभमन ने कहा, 'चयन नहीं होना निराशाजनक है लेकिन मैं इसके बारे में सोचकर समय बर्बाद नहीं कर रहा हूं।'

नयी दिल्ली, 24 जुलाई। भारत ए की तरफ से शानदार प्रदर्शन करने के कारण शुभमन गिल को सीनियर टीम में चुने जाने की उम्मीद थी, लेकिन वेस्टइंडीज दौरे के लिए उनका चयन नहीं हुआ जिससे वह निराश हैं पर इसके बारे में सोचकर समय बर्बाद नहीं करना चाहते हैं।

गिल, मनीष पाण्डेय और श्रेयस अय्यर के बारे में माना जा रहा था कि उन्हें सीमित ओवरों की टीम में चुन लिया जाएगा, लेकिन तीन अर्धशतकों की मदद से 218 रन बनाने और मैन ऑफ द सीरीज चुने जाने के बावजूद पंजाब के युवा बल्लेबाज की अनदेखी की गई।

गिल ने ‘क्रिकेटनेक्स्ट’ वेबसाइट से कहा, ‘‘मैं रविवार को भारतीय सीनियर टीम की घोषणा का इंतजार कर रहा था और मुझे किसी एक टीम में चयन की उम्मीद थी। चयन नहीं होना निराशाजनक है लेकिन मैं इसके बारे में सोचकर समय बर्बाद नहीं कर रहा हूं। मैं चयनकर्ताओं को प्रभावित करने के लिए रन बनाना और अपनी काबिलियत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना जारी रखूंगा।’’

पंजाब का यह युवा बल्लेबाज वेस्टइंडीज ए के खिलाफ श्रृंखला में अपने प्रदर्शन से संतुष्ट है। भारत ने यह श्रृंखला 4-1 से जीती। विश्व कप से पहले न्यूजीलैंड में दो वनडे खेलने वाले गिल ने कहा, ‘‘मेरे और टीम के लिये यह शानदार श्रृंखला रही जो हमने 4-1 से जीती। निजी तौर पर मैं अपने दो अर्धशतकों को शतक में तब्दील करना पसंद करता। लेकिन इस अनुभव से मैं सीख लूंगा।’’

गिल के लिए वेस्टइंडीज दौरे की सबसे बड़ी सीख परिस्थितियों के अनुसार अपने खेल को ढालना रही। उन्होंने कहा, ‘‘वेस्टइंडीज दौरे में मैंने सीखा कि मैच की परिस्थितियों के अनुसार अपने नैसर्गिक खेल को कैसे ढालना चाहिए। अच्छी गेंदों को सम्मान देना और अधिक से अधिक समय तक क्रीज पर टिके रहना भी महत्वपूर्ण होता है। जिस बल्लेबाज ने क्रीज पर पांव जमा लिए हों उसे मुश्किल समय में पारी संवारनी चाहिए।’’

Open in app