टीम इंडिया पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने शनिवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की उनकी कड़ी मेहतन के लिए तारीफ करते हुए जोर देकर कहा कि चंद्रयान मिशन 2 में लैंडर विक्रम से संपर्क टूटने के बावजूद मनोबल अब भी ऊंचा है।
सहवाग ने ट्विटर पर लिखा है, 'ख्वाब अधूरे रहे, पर हौसलें जिंदा हैं, इसरो वो है, जहां मुश्किलें शर्मिंदा हैं। हम होंगे कामयाब।' #Chandrayan2
गंभीर ने भी की इसरो के प्रयासों की तारीफ, कहा-सर्वश्रेष्ठ आना बाकी है
गीता फोगाट ने भी की इसरो की तारीफ
वहीं रेसलर गीता फोगाट ने भी ट्वीट किया, 'लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। पूरे भारतवर्ष को ISRO पर गर्व है।'
गीता ने इसके बाद वह वीडियो भी शेयर किया है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हुए इसरो अध्यक्ष के सिवन को गले लगाकर सांत्वना देते नजर आ रहे हैं।
हरभजन, पंत और धवन ने भी कहा, 'कोशिश करने वालों की हार नहीं होती'
7 सितंबर को तड़के लैंडर विक्रम से संपर्क टूटा
शनिवार तड़के चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर उतरने जा रहे चंद्रयान 2 के लैंडर विक्रम का लैडिंग से कुछ देर पहले ही इसरो से संपर्क टूट गया था। इसरो प्रमुख के सिवन ने बताया कि लैंडर से संपर्क चांद की सतह से 2.1 किमी पहले ही टूट गया।
लैंडर विक्रम चंद्रयान 2 के ऑर्बिटर से 2 सितंबर को सफलतापूर्वक अलग हुआ था। चंद्रयान 2 का ऑर्बिटर अभी भी अपनी कक्षा में चंद्रमा का चक्कर लगा रहा है। चंद्रयान -2 ऑर्बिटर का चंद्रमा की अपनी कक्षा में परिक्रमा करना जारी है।
चंद्रयान 2 को 22 जुलाई को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था। धरती की कक्षा का 23 दिनों तक चक्कर लगाने के बाद 14 अगस्त को चंद्रयान 2 ने चंद्रमा की ओर अपनी यात्रा शुरू की थी।
भारत के दूसरे चंद्र मिशन को चंद्रयान 1 लॉन्च होने से पहले ही 2008 में कैबिनेट की मंजूरी मिली थी।