सचिन ने वीडियो शेयर कर 2011 वर्ल्ड कप को किया याद, टीम इंडिया से की ये खास अपील

भारतीय क्रिकेट टीम के दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनने के आठ साल पूरे होने पर सचिन तेंदुलकर ने वर्ल्ड कप की यादों को ताजा किया।

By सुमित राय | Published: April 2, 2019 09:10 PM2019-04-02T21:10:25+5:302019-04-02T21:10:25+5:30

Sachin Tendulkar recalled World Cup 2011 Victory | सचिन ने वीडियो शेयर कर 2011 वर्ल्ड कप को किया याद, टीम इंडिया से की ये खास अपील

सचिन ने वीडियो शेयर कर 2011 वर्ल्ड कप को किया याद, टीम इंडिया से की ये खास अपील

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भारतीय क्रिकेट टीम ने आज ही के दिन 8 साल पहले यानि 2 अप्रैल 2011 को आईसीसी वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था। भारत ने 2011 में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में आयोजित फाइनल मुकाबले में श्रीलंका को हराकर दूसरी बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया था। इससे पहले भारतीय टीम ने साल 1983 में कपिल देव की कप्तानी में पहली बार वर्ल्ड कप अपने नाम किया था।

भारत के दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनने के आठ साल पूरे होने पर सचिन तेंदुलकर ने वर्ल्ड कप की यादों को ताजा किया और इस साल इंग्लैंड में होने वाले वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को सपोर्ट करने की अपील की। इसके साथ ही सचिन ने कप्तान विराट कोहली और टीम के अन्य खिलाड़ियों को इंग्लैंड में होने वाले 2019 वनडे विश्व कप के लिए एक संदेश दिया है।

सचिन ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वो कह रहे हैं, 'विश्व कप हर 4 साल में एक बार आता है। साल 2011 वनडे विश्व कप को आज 8 साल हो गए। एक और विश्व कप आ रहा है। मुझे पता है कि अभी तक हमारी टीम की घोषणा नहीं हुई है। लेकिन जो भी टीम विश्व कप में जाएगी, वह हमारी टीम होगी। अगर आप भारतीय टीम की जर्सी पर लगे बीसीसीआई के लोगो को ध्यान से देखेंगे तो उसमें तीन स्टार बने हुए हैं। ये तीन स्टार, तीन विश्व कप खिताब को दर्शाते हैं। तो हमें इस बार तीन को चार बनाना है। मैं यह होते देखना चाहता हूं। आगे बढ़िए और और हमारी टीम को सपोर्ट करिए। टीम इंडिया को मेरी शुभकामनाएं।'

सचिन तेंदुलकर ने इस वीडियो में यह भी कहा कि साल 2011 के वनडे विश्व कप में 2 अप्रैल यानी फाइनल वाला दिन उनके क्रिकेटिंग करियर का सबसे बड़ा दिन था। उन्होंने कहा, '2 अप्रैल 2011, ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं पता कि कहां से शुरू करना चाहिए, मुझे क्या कहना चाहिए और कहां अपनी बात खत्म करनी चाहिए। वह दिन हम सबके लिए इतना बड़ा दिन था। मैं आपको अपने बारे में बता सकता हूं। मेरी जिंदगी का बहुत ज्यादा समय क्रिकेट मैदान में गुजरा है। मैंने अपनी क्रिकेटिंग लाइफ में उस दिन से ज्यादा बड़ा दिन कभी नहीं देखा।'


बता दें कि 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल मुकाबले में श्रीलंकाई टीम ने महेला जयवर्धने की 103 रनों की पारी की बदौलत 275 रन बनाए थे और भारत को 276 का लक्ष्य दिया था। हालांकि लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही थी और उसने 31 रन पर सचिन व सहवाग के रूप में दो विकेट खो दिए थे।

सचिन सहवाग के आउट होने के बाद गौतम गंभीर और विराट कोहली ने तीसरे विकेट के लिए 83 रनों की साझेदारी की। इसके बाद 22वें ओवर में कोहली भी आउट हो गए। इसके बाद चौथे विकेट के लिए धोनी ने गंभीर के साथ मिलकर 109 रनों की पार्टनरशिप की। गंभीर 97 रन बनाकर आउट हुए।

इसके बाद धोनी ने युवी के साथ मोर्चा संभाला और नाबाद 54 रनों की साझेदारी करते हुए टीम इंडिया को विश्व विजेता बना दिया। युवी 24 गेंद पर 21 रन बनाकर नाबाद रहे, जबकि धोनी ने 79 गेंदों में 8 फोर और 2 सिक्स की मदद से 91 रन बनाकर नाबाद लौटे।

फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया के लिए विजयी छक्का कप्तान धोनी ने लगाया था, जिसे शायद ही कोई क्रिकेट प्रेमी भूल पाए। दरअसल, टीम इंडिया को जीत के लिए 11 गेंदों पर 4 रन चाहिए थे, तब धोनी ने शानदार छक्का लगाकार कप को भारत के नाम कर दिया था।

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