Highlights रियान पराग ने जिम्बाब्वे दौरे पर डेब्यू किया थाताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने वाले रियान पराग एक अच्छे स्पिन गेंदबाज भी हैंश्रीलंका दौरे पर रियान ने अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया है
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम में हाल ही में शामिल किए गए रियान पराग ने जिम्बाब्वे दौरे पर डेब्यू किया था। मध्यक्रम में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने वाले रियान पराग एक अच्छे स्पिन गेंदबाज भी हैं। हालिया श्रीलंका दौरे पर रियान ने अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया है। यही कारण है कि क्रिकेट पर करीब से नजर रखने वाले दिग्गज भी मानने लगे हैं कि टी 20 में रियान लंबी रेस के घोड़े साबित होंगे।
क्रिकेटर से विश्लेषक बने इरफान पठान ने रियान की गेंदबाजी स्किल की तारीफ करते हुए कहा है कि उन्हें भारत के लिए आगामी मैचों में नजरअंदाज करना मुश्किल होगा। 28 जुलाई को श्रीलंका के खिलाफ टी20ई श्रृंखला के दूसरे मैच में भी रियान ने गेंद से कमाल दिखाया। मैच के समापन के बाद इरफान ने कहा कि 22 वर्षीय खिलाड़ी को अपने गेंदबाजी कौशल के कारण बहुत अधिक अवसर मिलेंगे। इरफान ने एक्स पर अपनी राय साझा करते हुए कहा कि आप देखेंगे कि रियान पराग को उनकी गेंदबाजी क्षमता के कारण कई मौके मिलेंगे।
दूसरे टी20I में रियान ने पल्लेकेले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में गेंद के साथ अपना कौशल दिखाया। युवा ऑलराउंडर ने मेजबान टीम के खिलाफ 7.50 की इकॉनमी से गेंदबाजी की, जबकि एक भी विकेट लेने में असफल रहे। इस मैच में रियान पराग को रवि बिश्नोई और अक्षर पटेल से ज्यादा टर्न मिला।
इरफ़ान पठान ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि भारत के शीर्ष क्रम के ज्यादातर बल्लेबाज गेंदबाजी नहीं करते। यहीं पर रियान पराग को अतिरिक्त फायदा मिलेगा और यह सही भी है। फिलहाल सलामी बल्लेबाजी की जिम्मेदारी निभा रहे यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल गेंदबाजी नहीं करते। तीसरे नंबर पर आने वाले सूर्यकुमार यादव और चौथे नंबर खेलने वाले ऋषभ पंत भी गेंदबाजी नहीं करते। ऑलराउडर हार्दिक पांड्या तेज गेंदबाजी करते हैं। ऐसे में रियान एक ऐसे खिलाड़ी बन जाते हैं जो अच्छी बल्लेबाजी करने के साथ ही दांए हाथ से ऑफ स्पिन भी कर लेते हैं।
हाल में जारी श्रीलंका सिरीज में भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर और टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने रियान पराग को पहले मैच में संजू सैमसन पर तरजीह दी। हालांकि इस मैच में पराग प्रभावित करने में नाकाम रहे और छह गेंदों में सिर्फ सात रन बनाए। लेकिन उनकी गेंदबाजी को देखकर ये साफ हो गया कि आखिर कोच और कप्तान ने उनपर दांव क्यों लगाया। ये भी माना जा रहा है कि रियान भारतीय टीम की योजनाओं के अहम सदस्य बने रहेंगे।