Highlightsखेल खत्म होने तक विदर्भ की टीम को 261 रन की बढ़त हासिल हो गई है।दो दिन में मध्य प्रदेश को लगभग 300 रन बनाने का मौका मिल सकता है। तमिलनाडु को पारी और 70 रन से करारी शिकस्त देकर रिकॉर्ड 48वीं बार फाइनल में जगह बनाई।
Ranji Trophy Final 2023-24: रणजी ट्रॉफी 2023-24 अंतिम दौर में है। 41 बार की चैंपियन मुंबई टीम ने तमिलनाडु को पारी और 70 रन से करारी शिकस्त देकर रिकॉर्ड 48वीं बार फाइनल में जगह बनाई। मुंबई का मुकाबला विदर्भ और मध्य प्रदेश विजेता से हो सकता है। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक विदर्भ की टीम को 261 रन की बढ़त हासिल हो गई है और दो दिन में मध्य प्रदेश को लगभग 300 रन बनाने का मौका मिल सकता है। इस बीच यह खबर है कि रणजी ट्रॉफी फाइनल मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में हो सकता है। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए), को प्रतिष्ठित मुकाबले की मेजबानी का काम सौंपा गया है। दक्षिण बॉम्बे में आयोजन करने की संभावना पर विचार कर रहा है, जो 2011 में विश्व कप फाइनल सहित प्रमुख कार्यक्रमों की मेजबानी के इतिहास के लिए प्रसिद्ध है।
एमसीए अधिकारी ने कहा कि संभावना है कि वानखेड़े ही आयोजन स्थल होगा। पांच दिवसीय सेमीफ़ाइनल प्रतियोगिता के तीसरे दिन के तीसरे सत्र में मुंबई की तमिलनाडु पर एक पारी और 70 रन से शानदार जीत के बाद अधिकारी ने कहा कि अंतिम निर्णय अगले 24 घंटों के भीतर किया जाएगा। फाइनल के प्रतिद्वंद्वी विदर्भ और मध्य प्रदेश के बीच चल रहे दूसरे सेमीफाइनल के विजेता होगा।
मुंबई ने रणजी ट्रॉफी में एक शानदार रिकॉर्ड बनाया है, जिसने 41 बार खिताब जीता है। आखिरी जीत 2015-16 सीज़न में थी। इस सीज़न से पहले वानखेड़े ने 11 बार रणजी फाइनल की मेजबानी की है। यह सीजन रणजी ट्रॉफी का 89वां संस्करण है। शार्दुल ठाकुर के हरफनमौला प्रदर्शन की बदौलत कई बार की चैम्पियन मुंबई ने सोमवार को यहां तमिलनाडु को सेमीफाइनल में तीन दिन के अंदर पारी और 70 रन से शिकस्त देकर रणजी ट्राफी फाइनल में प्रवेश किया।
दूसरे दिन 109 रन की शतकीय पारी खेलकर मुंबई को पहली पारी के आधार पर 232 रन की विशाल बढ़त दिलाने के बाद ठाकुर की अगुआई वाले मुंबई के गेंदबाजी आक्रमण ने तमिलनाडु को दूसरी पारी में महज 162 रन पर समेट दिया। मेहमान टीम के लिए केवल बाबा इंद्रजीत (70 रन) ही टिककर खेल सके और बाकी के बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन से तमिलनाडु की टीम अपने पहले रणजी नॉकआउट मैच में कोई चुनौती पेश नहीं कर सकी। एक बार फिर तमिलनाडु के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज कोई भी योगदान नहीं कर सके जिससे मध्यक्रम ने भी दबाव में घुटने टेक दिये।