भारत ने डेब्यू के 54 साल बाद हासिल की थी लॉर्ड्स में अपनी पहली टेस्ट जीत, कपिल देव ने छक्का जड़कर बनाया था विजेता

On 10th June 1986 at Lord's: भारतीय टीम ने कपिल देव की कप्तानी में आज ही के दिन 1986 में लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर अपनी पहली टेस्ट जीत हासिल की थी

By अभिषेक पाण्डेय | Published: June 10, 2020 8:55 AM

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ठळक मुद्देभारत ने 10 जून 1986 को लॉर्ड्स में हासिल की थी अपनी पहली टेस्ट जीतभारत को लॉर्ड्स में पहली टेस्ट जीत कपिल देव की कप्तानी मिली थी

भारतीय क्रिकेट टीम को लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर अपनी पहली टेस्ट जीत 1986 में मिली थी, वो भी इंग्लैंड के खिलाफ 1932 में अपना पहला टेस्ट खेलने के 54 साल बाद। भारत को ये यादगार जीत 1983 वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल देव के नेतृत्व में मिली थी।

1986 के उस इंग्लैंड दौरे के पहले ही मैच में भारतीय टीम ने 'क्रिकेट के मक्का' कहे जाने वाले लॉर्ड्स में जीत हासिल करके फैंस को चौंका दिया था। कपिल देव की कप्तानी में भारतीय टीम ने टेस्ट के पांचों दिन दमदार प्रदर्शन किया था। 

भारत ने 34 साल पहले लॉर्ड्स में हासिल की थी अपनी पहली टेस्ट जीत

इंग्लैंड ने पहले खेलते हुए ग्राहम गूच के शानदार शतक और डेरेक प्रिंगल के अर्धशतक की मदद से 294 रन बनाए। भारत के लिए चेतन शर्मा ने 5 विकेट झटकते हुए गूच के शतक का इंग्लैंड को फायदा नहीं मिलने दिया। 

जवाब में दिलीप वेंगसरकर ने 126 रन की शानदार पारी से तीसरी बार लॉर्ड्स के ऑनर बोर्ड पर अपना नाम लिखवाते हुए भारतीय टीम (341) को पहली पारी में 47 रन की बढ़त दिलाई थी।  

इसके बाद कपिल देव (52/4) और मनिदंर सिंह (9/3) की दमदार गेंदबाजी की मदद से भारत ने मेजबान टीम को चौथे दिन का खेल खत्म होने तक दूसरी पारी में महज 180 रन पर ढेर कर दिया। इससे भारत को आखिरी दिन जीत के लिए 134 रन का लक्ष्य मिला। भारत ने 5 विकेट तो गंवा दिए लेकिन 42 ओवरों में 136 रन बनाकर लक्ष्य हासिल कर लिया, कपिल देव ने विजयी रन छक्का जड़ते हुए बनाया था।

भारत ने लॉर्ड्स में ऐतिहासिक टेस्ट जीत से ठीक तीन साल पहले 25 जून 1983 को इसी मैदान पर कपिल देव की ही कप्तानी में फाइनल मेंं दो बार की वर्ल्ड चैंपियन वेस्टइंडीज को हराकर पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था। 

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