एमएस धोनी ने भले ही अपने संन्यास की खबरों पर अब तक कोई बयान नहीं दिया है लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चयनकर्ताओं ने इस खिलाड़ी के भविष्य को लेकर कड़े कदम उठाने के संकेत दिए हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय क्रिकेट से जुड़े महत्ववूर्ण लोगों का मानना है कि इस स्टार खिलाड़ी का दौर बीत चुका है। धोनी वर्ल्ड कप के दौरान निचले क्रम पर बैटिंग के बावजूद आलोचकों के निशाने पर रहे थे।
खासतौर पर इंग्लैंड के खिलाफ लक्ष्य का पीछा करते हुए 41 गेंदों में 31 रन की धीमी पारी और मैच खत्म होने से पहले हार मान लेने के रवैये पर काफी सवाल उठे थे।
इस रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों का कहना है कि अगर मुख्य चयनतकर्ता एमएसके प्रसाद ने धोनी से अब तक बात नहीं की है तो वह उनसे इस मामले पर बात करेंगे।
धोनी का दोबारा चुना जाना तय नहीं, 20202 टी20 वर्ल्ड कप में खेलना तय नहीं!
बीसीसीआई से जुड़े एक सूत्र ने कहा, 'हम हैरान हैं कि उन्होंने अभी तक खेलना नहीं छोड़ा है। टीम में ऋषभ पंत जैसे युवा हैं, जो अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। जैसा कि हमने वर्ल्ड कप में देखा धोनी अब पहले जैसे बल्लेबाज नहीं रहे हैं। नंबर 6 या 7 पर बैटिंग के लिए आने के बावजूद वह तेज गेंदबाजी के खिलाफ संघर्ष कर रहे थे, और इससे टीम को नुकसान पहुंच रहा था।'
धोनी के वेस्टइंडीज दौरे पर खेलने को लेकर इस सूत्र ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि वह 2020 टी20 वर्ल्ड कप में भी चयनकर्ताओं की योजना में हैं। उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट सम्मान के साथ छोड़ देनी चाहिए। वह चयन के लिए स्वत: विकल्प नहीं हैं।'
धोनी का दोबारा टीम में चुना जाना मुश्किल!
इस सूत्र ने कहा कि धोनी और भारतीय क्रिकेट के कर्ता-धर्ताओं के बीच इस बात को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई थी कि वह वर्ल्ड कप के बाद रिटायर होंगे या नहीं। लेकिन इस सूत्र ने कहा, 'हम उन्हें परेशान नहीं करना चाहते थे, और वह खुद भी और बाकी टीम का ध्यान वर्ल्ड कप पर फोकस रखना चाहते थे। लेकिन अब फैसले का वक्त है। अब उनके लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में अब साबित करने या हासिल करने के लिए कुछ भी नहीं बचा है।'
एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने कहा, 'मैं सुनिश्चित हूं कि धोनी भारत के लिए फिर कभी नहीं चुने जाएंगे।' यहां तक कि विराट कोहली की कप्तानी की भी समीक्षा हो सकती है। ये अभियान किसी भी स्तर से सफल नहीं रहा। जवाबदेही की शुरुआत शीर्ष से होनी चाहिए।'
इस रिपोर्ट के मुताबिक, ये धोनी के करियर का अंत है और अब उन्हें दोबारा शायद ही भारत के लिए खेलना का मौका मिले। धोनी ने अपने करियर में 350 वनडे में 50.57 के औसत से 10773 रन बनाए जबकि हैं जबकि 98 टी20 इंटरनेशनल में 1617 रन बनाए हैं।