मिशेल स्टार्क का रफ्तार तेज करने के लिए अनोखा प्रयास, लॉकडाउन के दौरान मांसपेशियां बढ़ाने पर किया काम

Mitchell Starc: ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क ने कोरोना वायरस महामारी की वजह से लगे लॉकडाउन के दौरान अपनी रफ्तार बढ़ाने के प्रयासों के तहत अपनी मांसपेशियां मजबूत करने पर काम किया

By भाषा | Published: August 13, 2020 04:39 PM2020-08-13T16:39:45+5:302020-08-13T16:39:45+5:30

Mitchell Starc Bulked Up To Challenge Speed Record | मिशेल स्टार्क का रफ्तार तेज करने के लिए अनोखा प्रयास, लॉकडाउन के दौरान मांसपेशियां बढ़ाने पर किया काम

मिशेल स्टार्क ने कहा कि उन्होंने अपनी गति बढ़ाने के लिए मांसपेशियों को मजबूत बना लिया है (Twitter)

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Highlights मिशेल स्टार्क का वजन गर्मियों के 87 किलोग्राम से बढ़कर अब 93 किलो हो गया है मैं अभी अच्छी स्थिति में हूं, बहुत मजबूत महसूस कर रहा हूं: मिशेल स्टार्क

मेलबर्न: चोटों से जूझने वाले ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान उन्होंने मांसपेशियां बढ़ाने पर काम किया ताकि रफ्तार बढ़ाने के उनके प्रयासों को फिर झटका नहीं लगे।

कोरोना वायरस के कारण लगे ब्रेक में इस बायें हाथ के तेज गेंदबाज ने न्यू साउथ वेल्स की टीम के साथी खिलाड़ियों के साथ ट्रेनिंग की जिसने उन्हें साल के अंत में विराट कोहली की अगुआई वाली भारतीय टीम के खिलाफ होने वाली घरेलू टेस्ट श्रृंखला की तैयारी के लिये शारीरिक रूप से पूरी तरह से फिट होने में मदद की।

93 किलो हुआ मिशेल स्टार्क का वजन, कहा, 'मजबूत महसूस कर रहा हूं'

‘क्रिकेट डॉट कॉम एयू’ से स्टार्क ने कहा, ‘‘गर्मियों के अंत में मेरा वजन 87 किग्रा हो गया था लेकिन इस समय मैं अभी 93 किग्रा का हूं और मैं यही वजन चाहता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने गर्मियों में 90-91 किग्रा के लक्ष्य से शुरुआत की थी इसलिये मैं अभी अच्छी स्थिति में हूं, बहुत मजबूत महसूस कर रहा हूं।’’

स्टार्क ने कहा, ‘‘जिम में मैंने काफी समय बिताया और अब मैं गेंदबाजी कर रहा हूं और साथ ही दौड़ना भी शुरू कर दिया है। मैं घर पर ऐसा करने में सफल रहा और इस समय का लुत्फ उठाया। मैं गेंदबाजी के दौरान के दर्द से भी उबरने में सफल रहा।’’

स्टार्क अपने पूरे करियर के दौरान चोटों से जूझते रहे हैं और अब वह अपनी तेज रफ्तार से बल्लेबाजों को परेशान करने के लिये तैयार हैं। उन्हें कई बार पैर में ‘स्ट्रेस फ्रेक्चर’ का भी सामना करना पड़ा लेकिन 30 साल के तेज गेंदबाज का मानना है कि जिम में अतिरिक्त घंटे उन्हें अपनी रफ्तार बढ़ाने के प्रयास में मदद करेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद करता हूं जब सबकुछ ठीक चल रहा हो तो ऐसा नहीं होगा और मैं अपनी रफ्तार तेज कर पाऊंगा। जिम में अतिरिक्त समय बिताने से मैं शायद फिर से ऐसा कर पाऊंगा।’’

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