नई दिल्ली, 26 सितंबर: आपने क्या कभी ऐसे क्रिकेटर के बारे में कभी सुना है, जिसने अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं और जिसे जघन्य अपराध के लिए फांसी पर लटका दिया गया हो। शायद नहीं! लेकिन क्रिकेट की दुनिया में ऐसी ही एक कहानी मौजूद है।
हम बात कर रहे हैं वेस्टइंडीज के पूर्व टेस्ट क्रिकेटर लेसली हिल्टन की, जो जमैका के तेज गेंदबाज थे और कैरेबियाई टीम के लिए 6 टेस्ट मैच खेले थे। इंटरनेशनल क्रिकेट में हिल्टन का सफर भले ही ज्यादा लंबा नहीं रहा हो लेकिन फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके नाम 40 मैचों में 25.62 की औसत से 120 विकेट हैं।
हिल्टन ने पत्नी की गोली मार कर की थी हत्या
अपनी पत्नी की हत्या के जुर्म में हिल्टन को 17 मई 1955 को फांसी पर लटका दिया गया था। हिल्टन ने अपनी पत्नी की 1954 में की थी। दरअसल, पत्नी के एक अन्य युवक रॉय फ्रैंसिस से संबंध थे जो कि न्यूयॉर्क में रहता था। यह बात जब हिल्टन को पता चली तो वे अपना आपा खो बैठे और पत्नी के शरीर में एक के बाद एक 6 गोलियां दाग दी। इस तरह हिल्टन दुनिया के एकमात्र टेस्ट क्रिकेटर हैं जिन्हें किसी जुर्म के लिए फांसी पर चढ़ाया गया।
कोर्ट में हिल्टन ने सुनाई थी ये कहानी
हिल्टन के अनुसार जब उनकी पत्नी ने दूसरे युवक से संबंध का खुलासा किया को उन्होंने चौंकते हुए पत्नी से पूछा- 'क्या तुम पागल हो?'
इस पर पत्नी ने जवाब दिया, 'तुम जानवर हो। मैंने अपनी पूरी जिंदगी तुम्हारे साथ बर्बाद की और अब इतने सालों बाद मुझे ऐसा आदमी मिला है जिसे मैं प्यार करती हूं, तो तुम मेरे रास्ते में नहीं आ सकते। उसने मुझे वह खुशी दी है जो मुझे तुमसे कभी नहीं मिली। मैं उसके बच्चों की मां बनन चाहती हूं। हां, मैं उसके साथ हमबिस्तर हो चुकी हूं। मुझे उस जैसी खुशी कभी नहीं मिली। मेरा शरीर केवल उसका है। मैं रॉय की हूं, रॉय की हूं, रॉय की।'
इस पर हिल्टन ने जवाब दिया, 'मैं तुम्हारा पति हूं। मैं वादा करता हूं, तुम मुझसे कभी पीछा नहीं छुड़ा सकती।'
हिल्टन की पत्नी ने इसके बाद गुस्से में जवाब दिया, 'तुम मेरे रास्ते में आ रहे हो। मैं तुम्हें सबक सिखाती हू।'
हिल्टन के अनुसार इस बहस के तत्काल बाद उनकी पत्नी ने रिवॉल्वर निकाल ली और उन्हें शूट करने की कोशिश की। हालांकि, हिल्टन ने वह रिवॉल्वर छीन ली और होश गंवाकर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी। हिल्टन के अनुसार इसके बाद इस खिलाड़ी ने आत्महत्या करने की कोशिश की लेकिन ऐसा नहीं हो सका। हालांकि, हिल्टन की इस कहानी से जज बहुत प्रभावित नहीं हुए और इस गंभीर अपराध के लिए फांसी की सजा सुना दी।