कराची, चार जुलाई। पाकिस्तान के पूर्व टेस्ट कप्तान जावेद मियांदाद ने भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट बोर्ड को सलाह दी है कि वे दो पड़ोसी देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज दोबारा शुरू करने के लिए एक साथ मिलकर काम करें। मियांदाद ने एक साक्षात्कार में कहा कि समय आ गया है कि दोनों बोर्ड एक मंच पर आएं और भारत तथा पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट दोबारा शुरू करने की स्वीकृति देने के लिए अपनी सरकारों को मनाएं।
पाकिस्तान की ओर से 124 टेस्ट खेलने वाले मियांदाद ने कहा कि यह शर्म की बात है कि इतनी अच्छी टीमें और रोमांचक युवा प्रतिभा होने के बावजूद भारत और पाकिस्तान नियमित तौर पर एक दूसरे के खिलाफ नहीं खेलते। उन्होंने कहा कि इस विश्व टेस्ट चैंपियनशिप या आईसीसी समर्थित किसी और लीग का क्या मतलब अगर इसमें भारत और पाकिस्तान एक दूसरे के खिलाफ नहीं खेलें।
मियांदाद ने सभी उम्मीद खो दी है कि आईसीसी भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट दोबारा शुरू कराने में कोई भूमिका निभाएगा जो 2008 से निलंबित है। इस बीच 2012-13 में सिर्फ सीमित ओवरों की एक संक्षिप्त श्रृंखला खेली गई। मियांदाद ने कहा कि भारत और पाकिस्तान श्रृंखला एशेज से कहीं बड़ी है और अगर हम अपने मसलों को सुलझा लें तो दोनों देश क्रिकेट जगत पर राज कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि अतीत में राजनीतिक रिश्तों का स्तर चाहे जैसा भी रहा हो , हमने बेहद तनावपूर्ण हालात में क्रिकेट खेला है और अंतत : इससे सरकारों को मदद मिली। उन्होंने कहा कि अगर द्विपक्षीय क्रिकेट होता है तो इससे दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में मदद मिलेगी।
मियांदाद ने कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान विश्व कप या चैंपियन्स ट्रॉफी जैसी आईसीसी प्रतियोगिताओं या एशिया कप में खेल सकते हैं तो फिर द्विपक्षीय मैच क्यों नहीं।