मदद को तरस रहा है अस्पताल में भर्ती ये खिलाड़ी, सचिन के साथ भारत के लिए खेल चुका है क्रिकेट

इस खिलाड़ी ने 1999 से 2001 के बीच भारत के लिए 10 वनडे मैच खेले हैं।

By विनीत कुमार | Published: January 18, 2019 3:53 PM

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बड़ौदा क्रिकेट असोसिएशन (बीसीए) और बीसीसीआई के पूर्व सचिव संजय पटेल ने अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे पूर्व भारतीय क्रिकेटर जैकब मार्टिन के इलाज को लेकर कोताही बरतने का ठीकरा स्थानीय क्रिकेट असोसिएशन के प्रबंधन पर फोड़ा है।

पटेल और पूर्व बीसीए प्रेसिडेंट समरजीत सिंह गायकवाड़ ने गुरुवार को कहा कि असोसिएश मार्टिन की मदद को लेकर कुछ भी नहीं कर रहा है जो पिछले तीन हफ्ते एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार बीसीए अधिकारियों ने हालांकि एक हफ्ते पहले मार्टिन की पत्नी से हर संभव मदद देने की बात कही थी। गायकवाड़ ने कहा, 'यह शर्म की बात है कि बीसीए ने कोई आर्थिक मदद मुहैया नहीं कराई है। वह बड़ौदा के कप्तान रहे हैं और भारत के लिए भी खेल चुके हैं।'

पटेल ने कहा कि उन्होंने बीसीसीआई के सीईओ राहुल जोहरी को गुरुवार को ई-मेल भेज कर मार्टिन के लिए मदद मांगी है। पटेल ने बताया, 'बीसीसीआई ने शुक्रवार तक पांच लाख मदद का वादा किया है। बीसीए ने इतनी तेजी क्यों नहीं दिखाई और फंड रिलीज क्यों नहीं किया।' 

वहीं, जैकब मार्टिन की पत्नी ख्याति ने बताया कि बीसीए अधिकारियों ने कुछ दिन पहले मदद देने की बात कही थी लेकिन उन्हें कोई पैसे नहीं मिले। मार्टिन की पत्नी के अनुसार, 'मुझे कोई पैसे नहीं मिले। मुझे पैसे की जरूरत है क्योंकि मुझे अस्पताल का लाखों का बिल भरना है जिन्होंने बुधवार रात मुझे खुद से दवाइयों की व्यवस्था करने को कहा है।'

दूसरी ओर फिलहाल बीसीए सचिव स्नेहल पारिख ने कहा, 'मैंने मार्टिन की पत्नी को कहा है कि वे बिल हमें भेजे और हम फिर तत्काल उसका भुगतान करेंगे। लेकिन हमें कोई बिल नहीं मिला है। बीसीए शुक्रवार तक सभी मेडिकल बिलों का भुगतान कर देगा।'

बता दें कि मार्टिन जैकब जनवरी के दूसरे हफ्ते एक सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गये थे। इसके बाद उनकी हालत चिंताजनक होने की भी खबर आई थी। मार्टिन ने 1999 से 2001 के बीच भारत के लिए 10 वनडे मैच खेले हैं। इसके अलावा उन्होंने 138 फर्स्ट क्लास मैच और 101 लिस्ट-ए मैच भी अपने करियर में खेले हैं। जैकब ने 2009 के आखिर में संन्यास की घोषणा कर दी थी। इसके बाद 2016-17 में वह बड़ौदा टीम के कोच भी रहे।

टॅग्स :बीसीसीआईसचिन तेंदुलकर

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