भारतीय क्रिकेट बोर्ड की प्रदेश ईकाइयों के प्रतिनिधि यूएई में 19 सितंबर से शुरू हो रही इंडियन प्रीमियर लीग के ‘कम से कम शुरुआती चरण’ में नहीं जा सकेंगे क्योंकि जैविक सुरक्षित माहौल को लेकर कड़ी पाबंदियां लागू होंगी। बोर्ड सचिव जय शाह ने मंगलवार को सदस्य संघों को इसकी जानकारी दी।
शाह ने उम्मीद जताई कि टूर्नामेंट के आखिरी चरण तक पाबंदियों में कुछ रियायत दी जायेगी जिससे सदस्य यूएई जा सकेंगे। आईपीएल का फाइनल 10 नवंबर को खेला जायेगा। बीसीसीआई आम तौर पर अपने प्रदेश संघों के अधिकारियों को आईपीएल समारोहों और प्लेआफ के लिये आमंत्रित करता है।
शाह ने प्रदेश संघों को भेजे पत्र में लिखा, ‘‘मुझे यकीन है कि यह यादगार टूर्नामेंट होगा लेकिन टूर्नामेंट की शुरुआत में सभी सदस्यों की कमी खलेगी। जैसा कि आपको पता है बीसीसीआई आईपीएल के उद्घाटन समारोह और लीग मैचों में प्रदेश ईकाइयों के अध्यक्षों, सचिवों और अपने पूर्व पदाधिकारियों को बुलाता है।’’
भारत में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति को देखते हुए टूर्नामेंट यूएई में हो रहा है और सभी को बीसीसीआई के दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन करना होगा। फिलहाल सारी टीमें छह दिन के पृथकवास पर हैं।
शाह ने कहा, ‘‘लोगों की गतिविधियों पर लगे कड़े प्रतिबंधों और स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के चलते हम हमेशा की तरह सभी को आमंत्रित नहीं कर सकते, कम से कम टूर्नामेंट की शुरुआत में तो नहीं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिये संपर्क से बचना जरूरी है। यह एक और बलिदान हमें देना होगा। मुझे उम्मीद है कि प्लेआफ चरण तक पहुंचते पहुंचते पाबंदियां कुछ कम होंगी और आप यूएई आ सकेंगे।’’