चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम को आईपीएल 2019 का फाइनल जीतने के लिए आखिरी गेंद पर दो रन की जरूरत थी। इस गेंद को फेंकने से पहले मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा और तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा के बीच लंबी चर्चा हुई।
आखिरी गेंद पर चेन्नई के लिए स्ट्राइक पर थे शार्दुल ठाकुर, जो रोहित के साथ घरेलू क्रिकेट में लंबे समय तक मुंबई की टीम के लिए खेल चुक हैं।
रोहित ने किया आखिरी गेंद के लिए अपनी योजना का खुलासा
रोहित ने मैच के बाद खुलासा किया कि आखिरी गेंद को लेकर उन्होंने शार्दुल ठाकुर के खिलाफ कौन सी योजना बनाई थी और मलिंगा को कैसी गेंद फेंकने को कहा था।
रोहित ने शार्दुल के लिए ऑन साइड खुला छोड़ दिया और मलिंगा की धीमी गति की सीधी फेंकी गेंद ने शार्दुल ठाकुर को एलबीडब्ल्यू करते हुए मुंबई को 1 रन से रोमांचक जीत दिला दी।
शार्दुल ठाकुर के साथ मुंबई के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेल चुके रोहित शर्मा जानते थे इस युवा खिलाड़ी को कैसे आउट करना है।
रोहित ने मैच के बाद कहा, 'सोच बल्लेबाज को आउट करने की थी। मैं शार्दुल को अच्छी तरह जानता हूं। मुझे इस बात की समझ है कि वह कहां हिट करना चाहते हैं, इसलिए हमने (मलिंगा और रोहित) साथ में फैसला किया कि हम उस धीमे विकल्प का उपयोग करेंगे, क्योंकि शार्दुल को जानते हुए, वह बड़ा शॉट लगाने की कोशिश करेंगे और वह गेंद को हवा में उठा सकते हैं, ये किसी भी तरफ जा सकता था।'
रोहित ने कहा कि अगर आखिरी ओवर में मलिंगा को इस्तेमाल करने का फैसला गलत साबित होता तो वह इसकी जिम्मेदारी लेने को तैयार थे। लेकिन उन्हें भरोसा था कि जिस तरह मिशेल जॉनसन ने आईपीएल 2017 के फाइनल में मुंबई को आखिरी ओवर में 1 रन से जीत दिलाई थी, मलिंगा भी वैसा कर सकते हैं और अंत में इस गेंदबाज ने अपने कप्तान के भरोसे को गलत साबित नहीं होने दिया।
रोहित की कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने 2017 के आईपीएल फाइनल में पुणे सुपरजाएंट्स को आखिरी गेंद तक चले मुकाबले में 1 रन से हराया था। तब ऑस्ट्रेलिया के मिशेल जॉनसन ने आखिरी ओवर में 11 रन का बचाव करते हुए मुंबई को 1 रन से खिताबी जीत दिलाई थी।
मुंबई इंडियंस ने कीरोन पोलार्ड ने 25 गेंदों में 41 रन की पारी की मदद से 20 ओवर में 8 विकेट पर 149 रन बनाए, जिसके जवाब में शेन वॉटसन की 59 गेंदों में 80 रन की पारी के बावजूद चेन्नई की टीम 20 ओवर में 7 विकेट पर 148 रन ही बना सकी।